बेटी बनी मिसाल : बेटे की तरह पूरा की पिंडदान की रस्म, पिता की अंतिम इच्छा पूरी कर समाज को दिया नया संदेश..
भारतीय समाज में अंतिम संस्कार और पिंडदान जैसी रस्में प्रायः बेटों द्वारा निभाई जाती हैं। लेकिन जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बोरे की रहने वाली जया चौहान ने इस परंपरा को बदलते हुए एक नई मिसाल कायम की है। उन्होंने एक बेटे की तरह पिंडदान की सभी रस्में पूरी कर अपने परिवार को गौरान्वित किया है।




