मुंगेली वनमंडल के खुड़िया वन परिक्षेत्र में अवैध मुरुम उत्खनन, वन समिति के सदस्यों ने रेंजर पर मिलीभगत का लगाया आरोप..

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मुंगेली/वनमंडल के खुड़िया वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 492 में खुलेआम जेसीबी और ट्रेक्टर से ठेकेदार द्वारा बेखौफ अवैध मुरुम उत्खनन किया जा रहा है. जिसपर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की जा रही है. इस मामले में खुड़िया वन परिक्षेत्र के चचेड़ी वन समिति के सदस्यों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जंगल में मुरुम के अवैध उत्खनन और परिवहन का गोरखधंधा खुड़िया रेंजर के. के. डड़सेना के संरक्षण में चल रहा है. जहां चचेड़ी वन प्रबंधन समिति के सदस्यों ने जंगल में बिना अनुमति के अवैध मुरुम उत्खनन करते हुए एक जेसीबी सहित चार मुरुम लदी ट्रेक्टर को पकड़ा है. जिसको लेकर वन समिति के सदस्यों ने कड़ी कार्यवाही करने की मांग उच्च अधिकारियों से की है.

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वन समिति के सदस्य व ग्रामीण…


इस दौरान वन समिति के सदस्यों ने रेंजर पर मनमर्जी करते हुए खुड़िया क्षेत्र में सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार को लाभ पहुँचाने जंगल से ही मुरुम की सप्लाई करने का आरोप लगाया है. जबकि मीडिया के सवाल पर रेंजर के. के. डड़सेना ने नरवा विकास प्राधिकरण के तहत स्टाफ डेम निर्माण के लिए खुदाई कराने की बात कहने लगे. वही मौके पर मौजूद पीएमजीएसवाई योजना के तहत करोड़ो रुपए की लागत से चल रहे सड़क निर्माण कार्य के ठेकेदार विनोद अग्रवाल के ट्रैक्टर ड्राइवर पवन ने बताया कि जेसीबी और चारो ट्रेक्टर सड़क ठेकेदार की है. जिनके द्वारा जंगल से मुरुम का उत्खनन करते हुए परिवहन का कार्य ट्रेक्टर से किया जा रहा है.वही इस मामले में एसडीओ सुनील कुमार बच्चन ने जांच के बाद उचित कार्यवाही करने की बात कही है.

ट्रेक्टर व चालक..

वही वन समिति के लगाय आरोपों और ट्रैक्टर चालक के बताय अनुसार चंद रुपयों की लालच में के.के. डडसेना जैसे रक्षक ही जंगल के भक्षक बन बैठे है. और जंगल की सुरक्षा भगवान भरोसे है. ऐसे में संबधित विभाग के उच्च अधिकारियो को खुद जिम्मा उठा कर ऐसे भ्रष्ट रेंजरो के खिलाफ कार्यवाई करते हुए जंगलो की सतत निगरानी करने की जरुरत समझी जा रही है..

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