मुख्यमंत्री साय की सभा में भीड़ कम होने पर भड़के BJP विधायक भैयालाल : बोले – ‘ये CM की सभा नहीं, बेइज्जती करने वाली सभा है’ : जनता से कहा- कभी और बताऊंगा तकलीफ

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कोरिया/ छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के पटना में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सभा में भीड़ कम होने को लेकर BJP विधायक भैयालाल राजवाड़े जनता पर भड़क पड़े। उन्होंने मंच से कहा कि ये मुख्यमंत्री की सभा नहीं है, बल्कि बेइज्जती करने वाली सभा है। मुझे तकलीफ बहुत है, लेकिन तकलीफ को कभी और बताऊंगा।

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बताया जा रहा है कि कोरबा से बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय के पक्ष में CM साय प्रचार करने पहुंचे थे। पटना मिनी स्टेडियम में चुनावी सभा थी, जहां भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी भैयालाल राजवाड़े की थी। कार्यक्रम में अपेक्षित भीड़ ना जुटने और कुर्सियां खाली देखकर विधायक भैयालाल राजवाडे मंच से ही जनता पर भड़क पड़े।

CM साय के सामने मंच पर भैयालाल राजवाडे क्या बोले

विधायक भैयालाल ने कहा कि वे क्षेत्र में लगातार सतत सक्रिय रहते हैं, लेकिन पूर्व सूचना के बावजूद सीएम साय की सभा के लिए कार्यकर्ता अपेक्षित भीड़ नहीं जुटा पाए। माइक थामकर भैयालाल राजवाड़े ने कहा कि वैसे मजा नहीं आया आज मुझे, बहुत तकलीफ है। मैं उस तकलीफ को अभी नहीं, कभी बताऊंगा। ये मुख्यमंत्री की सभा नहीं है जी, बेइज्जती करने वाली सभा है।

CM के आगमन पर लोगों को कोई मतलब नहीं है- भैयालाल राजवाड़े

भैयालाल राजवाड़े ने कहा कि आप लोगों को सोचना चाहिए। क्या तकलीफ हो गई थी, आप लोगों को ? सुबेरे से लेकर के 2 बजे रात तक दो पाली भैयालाल आपके बीच में बैठता है काम करता है। आज बुलाया कि मुख्यमंत्री का आगमन हो रहा है, उनका शोभा बढ़ाने पहला आगमन है।

इधर के लोगों में कोई मतलब नहीं है, बड़ी दुख की बात है। आज ऐसे में आपके बीच में आए हैं, समय भी ज्यादा नहीं है। कहते हुए मंच पर बैठ जाते हैं।

कांग्रेस के पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने ली चुटकी

CM की सभा में कम भीड़ को लेकर कांग्रेस ने BJP पर चुटकी ली है। भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि यही है भाजपा का असली चेहरा। विधानसभा चुनाव में भाजपा जनता को हमारे खिलाफ गुमराह करके जीत तो गई।

पटना में हुई सभा पूरी तरीके से फेल रही

कमरो ने कहा कि लेकिन इसके बाद सत्ता की मलाई खाने को लेकर सत्ता और संगठन में हलचल मची हुई है। कोई भी नेता एक दूसरे को देखना नहीं चाहता। सब एक दूसरे की टांग खींचने में लगे हुए हैं। इसी का नतीजा है कि पटना में हुई सभा पूरी तरीके से फेल रही।

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