पान मसाला गुटखा प्रेमियों के दिल की व्यथा को प्रदर्शित करता यह छत्तीसगढ़ी लोकगीत, सोशल मीडिया पर मचा रहा धूम..

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जैसे कि सबको पता है वर्तमान समय में कोरोनावायरस के चलते देश में लॉक डाउन लागू है और समूचे प्रदेश में गुड़ाखू सहित पान मसाला और तंबाकू को बैन कर दिया गया है ऐसे में जो लोग इन सब के आदी हैं उनके लिए इसके बिना जीवन व्यतीत करना मुश्किल हो सा गया है..

इसी बात को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ी निर्माता-निर्देशक दिग्विजय वर्मा द्वारा एक व्यंगात्मक छत्तीसगढ़ी लोकगीत बनाया गया हैं, जो सोशल मीडिया में खूब वाहवाही बटोर रहा है..

चिंताराम सेन द्वारा लिखी यह लोकगीत डिमान सेन द्वारा गाया गया है.. जिसमें पान मसाला तंबाकू और छत्तीसगढ़िया प्रचलन में चलने वाले गुड़ाखू के शौकीन लोगों की मन की व्यथा का बखूबी चित्रण किया गया है..

देखिए सोशल मीडिया पर धूम मचाती छत्तीसगढ़ी लोकगीत हाय रे मोर गुड़ाखू ….

https://youtu.be/nH0_48rjHVM

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