जिला प्रशासन की सजगता से कोरोना काल में लोगो को मिल रहा बेहतर स्वस्थ्य सुविधा, प्रवासी श्रमिको के ईलाज को दी जा रही है सर्वोच्च प्राथमिकता

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मुंगेली/ आम दिनो मे तो आम लोगो को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता तो है ही. लेकिन कोरोना जैसे संक्रमण काल मे लागू लॉकडाउन मे भी लोगो को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने मे राज्य शासन पीछे नही है. बल्कि और अधिक मुश्तैद होकर बेहतर ढ़ग से लोगो को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है.जिले मे आम लोगो के ईलाज के साथ-साथ लॉकडाउन होने के कारण दिल्ली, आध्रप्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से प्रतिदिन सड़क और रेलमार्ग से आने वाले श्रमिको के ईलाज को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. इन श्रमिको के ईलाज के लिए 1487 क्वारेंटाइन सेंटर स्थापित किये गये है. इन क्वारेंटाइन सेंटर मे जिले के लगभग 31 हजार श्रमिको को अस्थाई रूप से ठहराया गया है. इन श्रमिको के ईलाज के साथ-साथ उन्हे भोजन, आवास, पेयजल, दवाई, आदि की सुविधा दी जा रही है. क्वारेंटाइन सेंटर मे संदिग्ध श्रमिक की जांच मे जिन श्रमिको मे कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है. उन्हे उपचार हेतु अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर भेजा जा रहा है.


इसके अलावा जिला मुख्यालय मे त्वरित उपचार हेतु सौ बिस्तर की कोविड-19 अस्पताल और 48 बिस्तर की जिला स्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर की स्थापना की गई है. इसी तरह क्वारेंटाइन सेंटर मे यदि किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण (खर्सी , सिर दर्द, सास लेने मे तकलीफ) दिखाई देगी. तो उन्हे पृथक कर ईलाज हेतु जिले मे स्थापित सर्व सुविधा युक्त आईसोलेशन केंद्र मे रखा जाएगा. इन सर्व सुविधा आईसोलेशन केंद्र मे डाॅ. जे.पी. मिश्र महाविद्यालय मुंगेली, आईसोलेशन केंद्र अनुसूचित जाति बालक छात्रावास पथरिया, आईसोलेशन केंद्र पोस्टमेट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास पथरिया, आईसोलेशन केंद्र कस्तूरबा गांधी छात्रावास पथरिया और आईसोलेशन केंद्र कस्तूरबा गांधी छात्रावास लोरमी शामिल है. आईसोलेशन केंद्र मे डाॅक्टरो का दल तैनात रहेंगे और मरीजो का बेहतर ईलाज कर स्वास्थ्य लाभ प्रदान करेंगे.

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