कोरबा : सुरक्षा में लगे जवानो से ग्रामीणों ने की विवाद, सरपंच पति एवं भूतपूर्व सरपंच युवराज सिंह ने सुलझाया मामला..

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कोरबा// हरदी बाजार ग्राम पंचायत से सटे हुए गांव अमगांव इन दिनों पूरा गांव क्वॉरेंटाइन सेंटर में तब्दील हो गया है और चारों तरफ बैरिकेट्स लगाकर गांव वालों को बाहर जाने से रोक दिया गया है, वहीं जो अत्यंत आवश्यक होते हैं उन्हें ही गांव से बाहर जाने की अनुमति होती है तथा उन्हें रजिस्टर में नाम और पता भी लिखना पड़ता है। आज इसी विवाद से ही सुबह हुई है।

सुरक्षा में नियुक्त सुरक्षा प्रहरीओं के द्वारा जब ग्रामीण लोगों को समझाइश दी गई तो वे विवाद पर उतारू हो गए और ग्रामीणों ने अपने लिए यह बात मानने को तैयार नहीं थे कि जब वहां से दूर किसी परिवार को होम आइसोलेशन में रखा गया है तो उन्हें क्यों बाहर आने जाने नहीं दिया जा रहा है। जिसकी वजह से वे अपनी रोजी-रोटी मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं और राशन भी नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। इसे गांव के सरपंच पति और भूतपूर्व सरपंच युवराज सिंह ने ग्रामीणों को समझाइश दिया तथा सुरक्षाकर्मियों के साथ और शासन के साथ मिलकर कोरोना से लड़ने जागरूक किया।

सरपंच ने बताया कि गांव वाले व्यर्थ का विवाद कर रहे हैं और 15 दिन घर में रहने के लिए नहीं मान रहे हैं जिसे मौके पर पहुंची पटवारी ने भी समझाइश दी और कहा कि यदि गांव वालों को किसी भी प्रकार की कोई जरूरत हो तो वे तुरंत उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं ।जिसके बाद मामला शांत हुआ और इसी दौरान एक शिक्षक जिसे पटेल गुरुजी के नाम से जाना जाता है वह मोटरसाइकिल में घूमते हुए पाए गए । गांव के सरपंच सचिव और पटवारी ने उन्हें समझाया तथा उक्त शिक्षक की इस हरकत से सुरक्षा प्रहरी भी अवक रह गए थे और उनको दौड़ाने के लिए जैसे ही जवान दौडे पटेल गुरुजी वहां से रफूचक्कर हो गए।

पटेल गुरुजी के बारे में कहा जाता है कि वह 15 दिन के लिए होम आइसोलेशन में है । इस दौरान उन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं है, फिर भी वह अपने सह मित्र के साथ ग्राम पंचायत हरदी बाजार की तरफ निकल पड़े थे और सचिव बिसाहू दास ने उन्हें मुश्किल से समझा कर भेजा। इस दौरान आसपास के लोग सहम गए थे कि कहीं उन्हें भी होम आइसोलेशन में ना रखना पड़े क्योंकि पटेल गुरुजी लोगों से इस प्रकार बातचीत कर रहे थे और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रख रहे थे जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया था।

समाचार लिखे जाने तक अमगांव पंचायत कि मामला को सरपंच पति और भूतपूर्व सरपंच युवराज सिंह, सचिव बिसाहू दास पटवारी और सुरक्षा में लगे जवानों ने बड़ी मुश्किल से शांत कराया।

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