छत्तीसगढ़ में बाढ़ का कहर : नदी-नाले उफान पर – कई गांव हुए जलमग्न, बारिश का टूटा 94 साल का रिकॉर्ड..

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रायपुर// छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस क्षेत्र में बीते 94 वर्षों का वर्षा रिकॉर्ड टूट गया है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं और कई गांव जलमग्न हो गए हैं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस आपदा से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहे हैं।

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राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जहां से स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। बस्तर संभाग के चार जिलों जगदलपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और सुकमा में 43 राहत शिविर बनाए गए हैं। इन शिविरों में अब तक 2196 बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित आश्रय दिया गया है।

नगर सेना और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। कई इलाकों में फंसे हुए लोगों को नाव और अन्य साधनों के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17 पशुओं की हानि और 165 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 86 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।

प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राशन, पीने का पानी, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान भी राहत शिविरों में उपलब्ध कराया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों को अस्थायी शिविरों में तब्दील कर दिया है, जिससे प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता मिल सके।

स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय रूप से काम कर रहा है। बाढ़ के पानी में संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए शिविरों में मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं। प्राथमिक उपचार, दवाइयों का वितरण और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

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