JCCJ प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी के कटघोरा से चुनाव लड़ने की अटकलों पर लगा विराम, प्रत्याशियों के पक्ष में बनाएंगे माहौल..

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बिलासपुर/ जाति विवाद के कारण पिछली बार मरवाही विधानसभा सीट से बाहर हुए जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी इस बार भी चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस बरकरार है। बल्कि, वह पूरे प्रदेश का दौरा कर अपने प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बना सकते हैं।

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विशेषकर उनकी कोशिश होगी कि इस बार उनकी पत्नी ऋचा जोगी अकलतरा सीट से विधानसभा पहुंच जाए। अमित जोगी के कटघोरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी। लेकिन, यहां प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब इस पर भी विराम लग गया है।

दरअसल, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 84 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पार्टी ने एक-एक कर किश्तों में प्रत्याशियों की घोषणा की। इसका प्रमुख कारण कांग्रेस और भाजपा के बागियों को माना जा रहा है।

बीजेपी-कांग्रेस के बागी नेताओं पर पार्टी की नजर थी। हुआ भी यही, कई जगहों पर पार्टी ने कांग्रेस और भाजपा के बागियों को इस बार मैदान में उतारा है। जिस कारण विधानसभा चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार बन गए हैं।

कोटा से डॉ. रेणु और अकलतरा से बहू ऋचा

पार्टी में पिछले चुनाव में जोगी परिवार से तीन सदस्य मैदान में थे। जिसमें खुद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी मरवाही, उनकी पत्नी डॉ. रेणु जोगी कोटा और अकलतरा सीट से उनकी बहू ऋचा जोगी ने चुनाव लड़ा था। तब अजीत जोगी और डॉ. रेणु जोगी ने चुनाव में जीत हासिल की थी। जबकि, ऋचा जोगी चुनाव हार गईं थीं।

इस बार दिवंगत जोगी के बिना पार्टी चुनाव मैदान में है। लिहाजा, डॉ. रेणु जोगी के साथ ही ऋचा जोगी भी चुनाव मैदान में है। वहीं, अमित जोगी इस बार भी विधानसभा चुनाव से बाहर रहेंगे और पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रदेश का दौरा करेंगे।

कटघोरा से चुनाव लड़ने की थी चर्चा

अमित जोगी की टीम कटघोरा में संभावनाएं तलाश रही थी। माना जा रहा था कि इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देने के लिए अमित जोगी खुद चुनावी मैदान में होंगे। इसके लिए पहले मनेंद्रगढ़ सीट से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा थी। फिर बाद में उनके कटघोरा सीट से लड़ने की चर्चा होने लगी।

बताते हैं कि उनके समर्थकों ने इसके लिए तैयारी भी पूरी कर ली थी। लेकिन अब कटघोरा सीट से संपूरणदास कुलदीप को प्रत्याशी बनाकर अमित जोगी ने अपने चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया है।

कांग्रेस का गढ़ रहा है कटघोरा विधानसभा

कटघोरा से लगातार 7 बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड कांग्रेस प्रत्याशी बोधराम कंवर के नाम रहा है। पिछली बार 2018 के चुनाव में बोधराम के बेटे पुरुषोत्तम कंवर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया। इस वक्त पुरुषोत्तम ही विधायक हैं। 2018 में जनता कांग्रेस के प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत को 30 हजार 509 वोट मिले और तीसरे नंबर पर थे। भाजपा के लखन को 47 हजार 716 वोट मिले। कांग्रेस को यहां 59 हजार 227 वोट मिले थे।

JCCJ से 90 में से 84 विधानसभा सीट पर प्रत्याशी तय

जेसीसीजे ने अब तक प्रदेश के 90 सीटों में 84 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। जबकि, दो सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और हमर राज पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन दिया है। सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन है। ऐसे में बची हुई सीटों पर पार्टी की नजर भाजपा और कांग्रेस के बागियों पर है। अंतिम दौर पर इन सीटों पर प्रत्याशी तय करने की बात कही जा रही है।

जाति विवाद में पिछले उपचुनाव से बाहर हुए थे अमित जोगी

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब जोगी परिवार मरवाही चुनाव से बाहर हो गया। मरवाही में हुए उपचुनाव में जाति विवाद के चलते अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी की जाति प्रमाण पत्र को खारिज कर दिया गया।

जिसके चलते चुनाव अधिकारी ने उनका नामांकन रद्द कर दिया था। जबकि अमित जोगी 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मरवाही से विधायक चुने गए थे।

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