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मुंगेली/ इस समय छत्तीसगढ़ राज्य में धान खरीदी जोरों पर है तो एक तरफ राज्य सरकार किसानों की हित के लिए अनेकों योजनाएं ला रही है और वही एक तरफ अधिकारी कर्मचारी सासन को चुना लगाने से बाज नही आ रहे है वही धान खरीदी केंद्रों में प्रबंधक से लेकर सुपरवाइजर समेत शासकीय फंड की राशी गबन करने में मस्त है जिसपर सिकायते भी होती है तो अधिकारी भी अपने जेब गरम करने की मानसिकता से सिकायतों को दबा दिया जाता है जिससे भ्रष्ट लोगो की मनोबल और भी बढ़ जाता है
कुछ ऐसा ही मामला मुंगेली जिले के बरेला धान खरीदी केंद्र का आया है जहा समतलीकरण के नाम पर दो लाख पचास हजार का आहरण किया गया है जिसपर उनके समिति के सदस्यों ने अपने सिकायत में बताया है की आहरण किया गया राशी में सिर्फ दिखावे के लिए कुछ ही मात्रा में मुरूम गिरवाया गया है और बचत राशी को प्रबंधक घनस्याम देवांगन, अध्यक्ष चित्रकांत जायसवाल एवं सुपरवाइजर भरतलाल कौशिक सभी मिलकर गबन किया है जिसपर इन भ्रष्ट कर्मचारियों के ऊपर जांच कर कार्यवाही करने शिकायतकर्ता ने विगत एक महीना पहले जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराया है जिसपर अभी तक इन भ्रष्ट कर्मचारियों के ऊपर कोई करवाही होते नजर नहीं आ रही है
वही इस मामले में वरिष्ट सहकारी निरीक्षक एस के तिवारी को जांच अधिकारी बनाया गया है जिसको हमारे मिडिया के साथी के द्वारा शिकायत के संबंध में फोनो से जानकारी लिया गया तो उनके द्वारा गोलमोल जवाब देकर अपना पलड़ा झाड़ते नजर आए जो सीधे सासन को चुना लगाने भ्रष्टाचार का मसला समझ में आता है ये किसी से झुपा नही है अब देखने वाली बात यह होगी की क्या एक जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्ट कर्मचारियों के ऊपर जांच कर कड़ी कार्यवाही करता है या भ्रष्ट कर्मचारियों को सह देकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है



