रायगढ़: क्वारेंटीन सेंटर के सुचारू संचालन हेतु नोडल अधिकारियों की लगी है ड्यूटी, निवासरत लोगों का किया जा रहा है नियमित स्वास्थ्य परीक्षण

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रायगढ़/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अन्य राज्यों में फंसे लोगों के प्रदेश वापसी की पहल की है. जिससे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े लोगों अथवा चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों की छत्तीसगढ़ वापसी हो सके. शासन के निर्देशानुसार लौटने वाले लोगों को वापसी के पश्चात लोक स्वास्थ्य हित में क्वारेन्टीन किया जाना है. जिसके लिए जिले में नगरीय निकायों एवं जनपद पंचायतों के अंतर्गत सामुदायिक भवन, मंगल भवन, मिडिल स्कूल, हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल, प्राथमिक शाला छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं पंचायत भवनों को अस्थायी तौर पर आगामी आदेश पर्यन्त क्वारेंटीन सेंटर अधिसूचित किया है.

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उल्लेखनीय है कि जिले के समस्त नगरीय निकायों के साथ-साथ जनपद पंचायत पुसौर, खरसिया, सारंगढ़, बरमकेला, सरिया, घरघोड़ा, तमनार, लैलूंगा एवं धरमजयगढ़ के मुख्यालय तथा क्षेत्र अंतर्गत समस्त ग्राम पंचायतों में विभिन्न प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला, सामुदायिक भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं मंगल भवन को क्वारेंटीन के रूप में अधिसूचित किया गया है. जिले में 799 स्थानों पर लगभग 1800 क्वारेंटीन सेंटर बनाये गये है. जिसमें वर्तमान में अन्य प्रदेशों से लौटे लोगों को क्वारेंटीन किया गया है. ग्रामीण इलाकों में 6169 लोगों को क्वारेंटीन किया गया है तो शहरी क्षेत्रों के क्वारेंटीन सेंटर्स में 331 लोग रह रहे है. इन सेंटर्स के सुचारू संचालन के लिए नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. क्वारेंटीन सेंटर्स में लोगों के खाने, पेयजल तथा शौचालय का प्रबंध किया गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा क्वारेंटीन में रह रहे लोगों को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है.

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