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नई दिल्ली // देशभर में कोरोना का कोहराम जारी है. देश के कई इलाकों से जो कोरोना की तस्वीरें आ रही हैं, वे बेहद भयावह हैं. ये तस्वीरें लोगों को डरा रही हैं. हर कोई इन तस्वीरों को देखकर सहम जा रहा है. कोरोना के कारण जान गंवा रहे लोगों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान और कब्रगाहों में जगह नहीं मिल रही है. इसकी सबसे भयावह तस्वीर बिहार के बक्सर से सामने आई है. यूपी बॉर्डर से सटे इस जिले में सोमवार को 40 लाशें गंगा नदी के किनारे बहती दिख रही हैं. इन लाशों को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गया है कोई कह रहा है यूपी से लाशें आई हैं, तो कोई इसे बिहार की लाशें बता रहा है. दरअसल, बिहार के बक्सर जिले में आज सुबह गंगा नदी में तैरती कई लाशें दिखीं. ये लाशें फूली हुई थीं और लगभग सड़ी हुई थीं. यह डरावना नजारा भारत में कोविड संकट को दिखाने के लिए काफी है. बिहार और उत्तर प्रदेश से लगे चौसा शहर की गंगा के तट पर लगभग दर्जन भर लाशें बिछी हुई थीं.
उत्तर प्रदेश से बहकर आई हैं लाशें- अधिकारी
सुबह जब लोगों की नींद टूटी तो उन्हें बहुत खतरनाक और डरावना दृश्य दिखा. स्थानीय प्रशासन का मानना है कि ये लाशें उत्तर प्रदेश से बहकर आई हैं और ये कोविड मरीजों की हैं. प्रशासन का अनुमान है कि परिजनों को इन लाशों को दफनाने की कोई जगह नहीं मिली तो उन्होंने इन्हें गंगा में बहा दिया.
अधिकारी अशोक कुमार ने चौसा जिले के महादेव घाट पर कहा – पानी में तैरती हुई लगभग 40-45 लाशें दिखी थीं. अशोक कुमार के मुताबिक, ऐसा लगता है कि इन शवों को नदी में फेंक दिया गया है. सूत्रों का दावा है कि यहां सौ के आसपास लाशें हो सकती हैं. एक दूसरे अधिकारी केके उपाध्याय के मुताबिक, इन फूली हुई लाशों को देखने से ऐसा लगता है कि ये पांच से छह दिन से पानी में हो सकती हैं. हमें इसकी जांच करनी होगी कि ये उत्तर प्रदेश के किस शहर से आई हैं. शहर के लोगों के बीच इन लाशों के मिलने के बाद हड़कंप की स्थिति बनी हुई है. उन्हें आशंका है कि इन लाशों और दूषित हुए नदी के पानी की वजह से संक्रमण न फैले. गांव के लोगों ने कहा कि लोगों को संक्रमण का डर है.