शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में परीक्षाफल सूची की वैधता एक साल बढ़ाना बेरोज़गारों के साथ एक और शर्मनाक दग़ाबाजी : भाजपा

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सियासी नौटंकियों में बघेल को कोरोना का ख़्याल नहीं रहता, तो अब शिक्षकों की भर्ती में वे बहानेबाजी क्यों कर रहे हैं?

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, रोज़गार की प्रत्याशा में संघर्षरत तरुणाई के लिए एक साल का और बेज़ा इंतज़ार बहुत भारी पड़ेगा

लंबित शिक्षक भर्ती शीघ्र पूर्ण कर चयनित अभ्यर्थियों को नौकरी प्रदान करने के आदेश प्रसारित किए जाएँ : उपासने

रायपुर// भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने प्रदेश सरकार के उस निर्णय को बेरोज़गार युवाओं की आशा पर वज्राघात बताया है जिसके तहत प्रदेश सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 14,580 पदों पर भर्ती के लिए व्यापमं से प्राप्त परीक्षाफल सूची की वैधता में एक वर्ष की वृद्धि कर दी है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार का यह फैसला बेरोज़गारों के साथ की गई एक और शर्मनाक दग़ाबाजी का जीता-जागता नमूना है।

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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना की आड़ लेकर प्रदेश सरकार जनकल्याण के कामों में अपनी ज़िम्मेदारी से मुँह चुराने पर आमादा है। बेरोज़गारी ख़त्म करने और बेरोज़गारी भत्ता देने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार अब छलावों की नित-नई पटकथा लिख रही है। प्रदेश में विभिन्न विभागों में भर्ती की प्रक्रियाएँ इस सरकार ने लटकाकर रख दी है, जिससे एक ओर प्रदेश में बेरोज़गारी बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक कार्यों में भी इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उन्होने कहा कि जब भी जनकल्याण का कार्य हो या सरकार के वादा निभाने का विषय हो, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरोना संकट की आड़ लेकर वादाख़िलाफ़ी पर उतर आते हैं। जिस सरकार को कोरोना काल में संसदीय सचिवों की नियुक्ति करने में कोई बाधा नहीं हुई, जन्मदिन मनाते और तीज-त्योहारों का कांग्रेसीकरण करते कोरोना का ख़्याल तक नहीं रहा, विधायकों की तनख़्वाह और भत्ते बढ़ाने में कोरोना ने कोई रोड़ा नहीं अटकाया, उस सरकार को अब शिक्षकों की भर्ती में कोरोना की बहानेबाजी करते शर्म महसूस होनी चाहिए।

उन्होने कहा कि जब मुख्यमंत्री बघेल यह डींग हाँकते नहीं थकते कि प्रदेश की आर्थिक सेहत बढ़िया है और छत्तीसगढ़ में आर्थिक मंदी का कोई असर नहीं है, तब शिक्षकों की भर्ती नियत समय पर कर देने में वे इस तरह की ना-नुकुर पर क्यों उतर आए हैं? बेरोज़गारी से जूझते और रोज़गार की प्रत्याशा में संघर्षरत प्रदेश की तरुणाई के लिए एक साल का और बेज़ा इंतज़ार बहुत भारी पड़ेगा। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता उपासने ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर भी मांग की है कि अब तक लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण कर चयनित अभ्यर्थियों को नौकरी प्रदान करने का आदेश प्रसारित किया जाए। उन्होने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री बघेल व प्रदेश सरकार ने निरंतर यह घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी या उन्हें नौकरी के अभाव में 25सौ रुपये मासिक भत्ता दिया जाएगा। इसी प्रकार कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में यह वादा भी किया था कि एक वर्ष के अंदर प्रदेश में 50 हज़ार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।

उपासने ने मुख्यमंत्री बघेल का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया कि 9 मार्च 2019 को प्रदेश में 14,580 शिक्षकों की भर्ती हेतु सरकार ने विज्ञापन जारी किया था जिसमें सभी वर्गों जैसे व्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक शामिल थे। इनकी भर्ती प्रक्रिया हेतु परीक्षा संपन्न हो चुकी है और परिणाम भी जारी हो गए हैं। परिणाम जारी होने के पश्चात सफल उम्मीदवारों के संपूर्ण दस्तावेज़ों का भौतिक सत्यापन परीक्षण भी हो चुका है और अब केवल भर्ती प्रक्रिया पूर्ण किए जाने हेतु पात्र-अपात्र प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी होना शेष है। प्रदेश के 14,580 युवा हर पल बस इसी सूची का इंतज़ार कर रहे हैं और अपनी नौकरी की बाट जोह रहे हैं। विधानसभा में भी भाजपा ने जोर-शोर से मामला उठाकर शासन का ध्यान आकृष्ट किया है और जल्द भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने की मांग की है। श्री उपासने ने मांग की है कि नौकरी मिलने की प्रत्याशा में प्रतीक्षारत 14,580 नौजवानों के लिए लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किया जाए।

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