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मध्य प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन का आज सुबह निधन हो गया. 85 वर्षीय लालजी टंडन बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लखनऊ में चल रहा था. आज सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर उनका निधन हो गया. लालजी टंडन के निधन की पुष्टि उनके बेटे और यूपी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन ने की. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि बाबूजी नहीं रहे.
बता दे कि मध्य प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने में परेशानी, बुखार और पेशाब में दिक्कत के कारण लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लालजी टंडन की तबीयत दिन ब दिन बिगड़ती जा रही थी. इस वजह से उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था.
12 अप्रैल 1935 को लखनऊ के चौक गांव में जन्मे लालजी टंडन की गिनती भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सीनियर नेताओं में होती है. वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी थे. लालजी टंडन कई बार विधानसभा सदस्य और विधान परिषद के सदस्य रहे. लालजी टंडन बीएसपी-बीजेपी गठबंधन और कल्याण सिंह सरकार में मंत्री भी रहे.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत खराब हो जाने के बाद लालजी टंडन को 2009 में लखनऊ लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया. उन्होंने कांग्रेस की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी को 40 हजार वोटों से हराया था. 23 अगस्त 2018 को लालजी टंडन बिहार के राज्यपाल बने. इसके बाद 29 जुलाई 2019 को उन्हें मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था.

 
		 
		 
		 
		


