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सारंगढ़ बिलाईगढ़// जनपद पंचायत बरमकेला के अंतर्गत ग्राम पंचायत बोंदा में पदस्थ पंचायत सचिव सुनील तिवारी व रोजगार सहायक उमेश चंद पटेल के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा है। दोनों के गलत व्यवहार व कार्यशैली से परेशान ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन पहुंचकर उनके विरुद्ध जांच कर अन्यत्र स्थानांतरण करने की मांग की है। इस पर कलेक्टर डा. संजय कन्नौजे ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सचिव और रोजगार सहायक पर गंभीर आरोप
कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे मिनकेतन साहू, परमानंद पटेल, शिव पटेल, श्याम सुंदर पाणिग्राही, उग्रसेन पटेल, अवध राम चौहान, सुरेंद्र सिदार आदि ने कलेक्टर को बताया कि ग्राम पंचायत बोंदा में पदस्थ पंचायत सचिव सुनील तिवारी व रोजगार सहायक उमेश चंद पटेल के द्वारा ग्रामीणों से दुर्व्यवहार किया जाता है और सरकारी योजनाओं को मनमाने तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है। जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र गरीब हितग्राहियों को न दिलाकर सम्पन्न लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सारे मापदंड किनारे करके सूची बना रहे हैं। ज्यादातर अपने चहेतों को योजना में स्वीकृति दिलाई जा रही है। मनरेगा के कार्यों में भी अपने जान परिचितों के नाम देकर लाभान्वित किया जा रहा है। चावल वितरण में गडबडी हो रही है। इसकी जांच की मांग करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की गुहार लगाई। इस पर कलेक्टर ने जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
20 वर्षों से पदस्थ हैं दोनों
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत सचिव सुनील तिवारी और रोजगार सहायक उमेश चंद पटेल का पिछले 20 साल से एक ही पंचायत पर पदस्थ हैं। इसके चलते मनमानी बढ़ गई है और किसी भी सरकारी योजनाओं के कार्यों में लापरवाही बरती जा रही है।
सरकारी सुरक्षित भूमि पर किया जा रहा कब्जा
ग्रामीणों ने यह भी शिकायत किया है कि बोंदा के डीपापारा में आंगनबाड़ी केंद्र व सामुदायिक भवन हेतु सुरक्षित भूमि रखा गया है। इस भूमि पर अवैध कब्जा हीरालाल डनसेना पिता बोधराम के द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से कब्जा हटाने की मांग की है।