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सारंगढ़-बिलाईगढ़// जनपद पंचायत बरमकेला के बोंदा क्लस्टर में “मोर गांव मोर पानी” महाअभियान के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मकसद गांवों में जल संरक्षण और संवर्धन को लेकर लोगों को जागरूक करना और स्थानीय स्तर पर जल प्रबंधन की ठोस योजनाएं तैयार करना था।
प्रशिक्षण में ग्राम पंचायतों के तकनीकी सहायक, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक के साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) से जुड़ी महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने वर्षा जल संचयन, पारंपरिक जल संरचनाओं के पुनर्जीवन और सामुदायिक सहयोग की अहमियत पर विस्तार से चर्चा की।
जनप्रतिनिधियों और कर्मचारियों को बताया गया कि अपने-अपने गांव में जल स्रोतों की पहचान कर किस तरह प्राथमिकता के आधार पर संरक्षण कार्य किया जा सकता है। उन्हें व्यवहारिक और तकनीकी जानकारी भी दी गई, जिससे स्थानीय स्तर पर टिकाऊ जल प्रबंधन योजनाएं बनाई जा सकें।
कार्यक्रम की खास बात रही महिलाओं की सक्रिय भागीदारी। उन्हें जल संरक्षण की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया। माना जा रहा है कि इस पहल से गांवों में जल संकट की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी और पानी के संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होगा।
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