अधूरा प्रतिवेदन विवादों में, जांच अधिकारी पर गंभीर आरोप, कलेक्टर जनदर्शन में हुई शिकायत, मारोदरहा पंचायत का मामला..

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सारंगढ़-बिलाईगढ़// लंबे समय से विवादों में रहने वाले ग्राम पंचायत मारोदरहा में स्थिति और गहराती जा रही है। विकास कार्यों को लेकर जमकर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुरमीकरण, स्ट्रीट लाइट लगाना और बोर खनन जैसे काम बिना स्टीमेट, तकनीकी स्वीकृति और स्थल निरीक्षण के करा दिए गए।

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ग्रामीणों का कहना है कि सारे नियम दरकिनार कर राशि आहरित करने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही सचिव की लगातार अनुपस्थिति को लेकर भी ग्रामीणों ने शिकायत की थी, लेकिन उसका समाधान नहीं हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि जांच के लिए नियुक्त अधिकारी शिशुपाल साहू ने मामले को हल्के में लेते हुए अधूरा प्रतिवेदन सौंप दिया, जिसमें न तो सभी बिंदुओं की जांच की गई और न ही वास्तविक स्थिति का खुलासा हुआ। ग्रामीणों का दावा है कि अधिकारी ने शिकायत के गंभीर पहलुओं को नजरअंदाज कर दिया।

वहीं अपूर्ण जांच से नाराज ग्रामीण मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन पहुंचे और पूरे मामले की दोबारा जांच की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी से निष्पक्ष जांच कराए बिना सच्चाई सामने नहीं आएगी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिना स्वीकृति किए गए कार्यों, सचिव की अनुपस्थिति और कार्यों में संभावित गड़बड़ियों को दबाने की कोशिश की जा रही है।

ग्रामीणों ने दो-टूक कहा कि जब तक सही जांच नहीं होगी, जिम्मेदारों पर कार्रवाई होने की उम्मीद नहीं दिखती। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर मामले को दबाने की कोशिश हुई तो वे आगे भी विरोध जारी रखेंगे।

जनदर्शन में की गई शिकायत
पूर्व में की गई शिकायत

लंबे समय से विवादों में घिरा पंचायत

बता दें कि विगत फरवरी में हुए पंचायत चुनाव के समय से ही बरमकेला ब्लॉक का मारोदरहा पंचायत विवादों में ही घिरा हुआ है। चाहे बात उपसरपंच चुनाव में प्लेटिना बाइक बांटने की हो या मृत व्यक्तियों के नाम पर राशन आहरण या फिर पंचायत मद की राशि के दुरुपयोग करने की बात हो। इन सभी मामलों पर ग्रामीण लगातार शासन प्रशासन से शिकायत पर शिकायत किए जा रहे है पर नतीजे वो सामने नहीं आ पा रहे है जो वास्तव में आने चाहिए। यही वजह है कि ग्राम पंचायत में स्थित और भी गंभीर होती नजर आ रही है। ऐसे में समय रहते इन शिकायतों पर निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करने की जरूरत है। ताकि ग्राम पंचायत के लोगों को अपने हक के लिए दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर होना न पड़े।

फिलहाल ग्रामीणों द्वारा शिकायत पर नियुक्त बरमकेला जनपद के जांच अधिकारी शिशुपाल साहू पर ही गंभीर आरोप लगाया गया है। जिसकी शिकायत भी जनदर्शन में की गई है। अब देखना होगा कि जिले के कलेक्टर द्वारा निष्पक्ष जांच कर ग्रामीणों को कब तक न्याय दिलाया जाता है।

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