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बेमेतरा // अगर अब किसी स्कूल में छात्र तालाबंदी करेंगे, प्रदर्शन करेंगे या अधिकारियों से जाकर शिक्षक की मांग करेंगे, तो इसकी सीधी गाज गिरेगी बीईओ और प्राचार्य पर। बेमेतरा जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने सख्त आदेश जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि किसी भी तरह के प्रदर्शन, चक्काजाम या तालाबंदी की पूरी जिम्मेदारी संबंधित प्राचार्य और बीईओ की होगी।
दरअसल, बीते कुछ हफ्तों में जिले के कई स्कूलों में अव्यवस्थाओं को लेकर छात्र-छात्राओं ने खुलकर आवाज उठाई है। कहीं शिक्षक नहीं हैं तो कहीं सुविधाओं की भारी कमी है। इसी को लेकर बच्चों ने स्कूलों में धरना दिया, गेट बंद किया और कुछ तो उच्चाधिकारियों से मिलने भी पहुंच गए। इस माहौल को देखते हुए अब शिक्षा विभाग एक्टिव मोड में आ गया है।
जारी आदेश में कहा गया है कि नियुक्ति और पदस्थापना जैसे निर्णय शासन स्तर पर होते हैं, इन पर स्कूल या स्थानीय अधिकारी कोई फैसला नहीं ले सकते। लेकिन अगर फिर भी इस तरह के प्रदर्शन होते हैं तो प्राचार्य और बीईओ को जिम्मेदार माना जाएगा। यहां तक कि उनके वेतन रोकने और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने तक की चेतावनी भी दी गई है।
इस आदेश के बाद शिक्षा विभाग में हलचल है। प्राचार्य और बीईओ अब स्कूल की गतिविधियों पर पैनी नजर रखेंगे ताकि भविष्य में कोई प्रदर्शन न हो। वहीं, बच्चों की ओर से उठाए जा रहे सवाल अब अप्रत्यक्ष रूप से स्कूल प्रशासन के लिए खतरे की घंटी बनते जा रहे हैं।
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