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सारंगढ़ बिलाईगढ़// छत्तीसगढ़, आज पूरे 25 वर्ष पूर्ण करने पर रजत जयंती वर्ष मना रहा है, वहीं सरकारी स्कूल में अच्छी शिक्षा देने के नाम से पहचान बनाने वाली शिक्षिका द्वय सुनीता यादव व सरिता सिदार ने सामाजिक सहभागिता का विशेष परिचय देते हुए खिचरी गांव में छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाने हेतु पूरे बात रखी व गांववासियों में अपने प्रदेश, अपनी मिट्टी के प्रति प्रेम और सम्मान की भावना प्रदर्शित की। शिक्षिका द्वय, छात्र -छात्रागण, माध्यमिक शाला, जन समुदाय, शाला प्रबंधन समिति, जनप्रतिनिधि सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

इस अवसर पर सर्वप्रथम माता सरस्वती व छत्तीसगढ़ माता की पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात पूरे गांव में प्रत्येक घरों के सामने छत्तीसगढ़ से संबंधित रंगोली सजाई गई थी। कहीं चावल आटे का तो कहीं धान का चौक पूर कर प्रत्येक घरों में कलश, रख कर छत्तीसगढ़ी माता का द्वार द्वार पूजा अर्चना की गई। साथ में छत्तीसगढ़ की संस्कृति व कृषि परंपरा को प्रदर्शित करते हुये ग्रामीणों ने धान, चावल, उड़द, मूंग,मूंगफली, भूट्टा, झुनगा, चना, सरसो, कोंचई-कांदा, रखिया, मखना, लौकी और छत्तीसगढ़ में उगाई जाने वाली फलों, सब्जियां का दान किया गया।
इस दौरान जगह -जगह मोहल्लों में जन समुदाय ने एक साथ राजकीय गान अरपा -पैरी के धार को गाकर अपने देशभक्ति का परिचय दिया। गांव में बच्चें, बुढ़े, महिलाएं जगह- जगह तिंरगा झंडा लहराते दिखे। सड़क मार्ग से गुजरने वालों का देशप्रेम के जज्बे को देखकर पुलकित हो रहा था। रैली में बच्चों ने अपनी कृषि परंपरा से संबंधित कांवर, नांगर, हंसिया, डाला (झौवा), टुकना आदि का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता, करमा, राऊत नाचा, पंथी, ददरिया, गौरी -गौरा, सुआ आदि गीत व नृत्य का आयोजन किया गया था। सभी प्रतिभागियों एंव जनसमुदाय के लिए समग्र शिक्षा खिचरी में भोजन की व्यवस्था की गई थी। बड़े -बुजूर्गो ने छत्तीसगढ़ के फसलों और धान से बनने वाले उत्पाद के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
माध्यमिक शाला की प्रधान पाठक संध्या मारपाची, शिक्षिका ज्योति साहू, सत्यभामा पटेल, विद्याभूषण पटेल व शाला प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सुनीता विश्वकर्मा, उत्तरा निषाद ,आशा चौहान एंव पूर्व सरपंच मनोहर पटेल, सुशीला सिदार, रूक्मिणी पटेल चमार सिंह पटेल, मोहनमति पटेल, गौतम महंत, वर्तमान सरपंच आकाश सिदार का विशेष सहयोग रहा। सामुदायिक सहभागिता का यह अद्भुत उदाहरण रहा।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक सुनीता यादव राज्य शिक्षक सम्मान से सम्मानित हैं। साथ ही वर्ष 2025 का राज्य स्तर पर डॉ मुकुटधर पांडे स्मृति पुरस्कार से अलंकृत हैं। इसी प्रकार प्रधान पाठक सरिता सिदार भी राज्य शिक्षक सम्मान हेतु चयनित हुई हैं।



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