जनता करेगी फैसला बिल्हा विधानसभा का अगला नायक होगा कौन- धरम, सिया, निर्मल या जसबीर.. देखिए ग्राउंड रिपोर्ट RJ 24 न्यूज़ के साथ..

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बिल्हा नारायण बंजारे रिपोर्ट// जैसे कि आप सभी को पता ही है की बिल्हा विधानसभा में 17 नवंबर को विधायक के लिए मतदान किया जाना है। जिस पर कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशी 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल करेंगे और 2 नवंबर को नाम वापस लिया जाएगा।

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यूं तो आप सभी को पता ही है की छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा विधानसभा बिल्हा विधानसभा है यहां का राजनीतिक समीकरण हमेशा बदलते रहा है एक बार कांग्रेस तो एक बार भाजपा के प्रत्याशी सियाराम कौशिक और धरमलाल कौशिक को जानता अपना मतदान कर विधायक बनाते आए हैं लेकिन 2023 का विधानसभा चुनाव इस बार दिलचस्प हो गया है सभी को पता है कि कांग्रेस पार्टी से दिग्गज नेता जैसे राजेंद्र शुक्ला, अंबालिका साहू, जागेश्वरी वर्मा, लक्ष्मी नाथ साहू ने भी अपना किस्मत आजमाने के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग किया पर सबको दरकिनार करते हुए आला कमान ने अंतिम समय में पूर्व विधायक सियाराम कौशिक पर भरोसा जताया है। जिसको देखते हुए सभी नेता का समर्थन सियाराम को होता हैं तो सियाराम की जीत होगी नही तो धरम लाल कौशिक की फिर जीत होगा।

सियाराम कौशिक को लेकर आम जनता की क्या है राय ?
आपको बता दे की कांग्रेस पार्टी के द्वारा हमेशा से ही टिकट बटवारा अंतिम समय में किया जाता है और जब सियाराम कौशिक का नाम सामने आया तो पूरा बिल्हा विधानसभा में चुनाव लड़ने वाले कई प्रत्याशी के समर्थकों में नाराजगी देखा गया। लेकिन जैसे ही प्रत्याशी का नाम सामने आया वैसे ही सियाराम कौशिक के समर्थक उनके घर जाकर उन्हें बधाई देने के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे। कट्टर कांग्रेसियों का कहना है कि 2023 चुनाव में सियाराम कौशिक को टिकट कांग्रेस पार्टी ने इसलिए दिया क्योंकि भाजपा के प्रत्याशी धरमलाल कौशिक को बिल्हा में कोई हरा सकता है तो वह सिर्फ सियाराम कौशिक इसलिए समर्थकों ने कहा कि इसी वजह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रभारी ने सियाराम कौशिक को टिकट दिया है और हम सब कांग्रेसी कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से खुश हैं
कांग्रेस सरकार के तमाम योजना जो किसानों के हित में किया गया है उसे देखते हुए किसान वर्ग अपना मतदान सियाराम कौशिक को ही करेगा। सियाराम कौशिक से मुलाकात करने सतनामी, कुर्मी,साहू और अन्य कट्टर कांग्रेसी बधाई देने उनके निवास पहुंचे जिसमें सभी ने सियाराम कौशिक को जीत के लिए अग्रिम बधाई दिया।

2023 विधानसभा चुनाव बिल्हा में क्यों समीकरण बदल सकता है क्यों ?..
आपको बता दे बिल्हा विधानसभा में इस बार चुनाव जीतना किसी के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि बिल्हा विधानसभा में जाति समीकरण देखा जाए तो सतनामी समाज, साहू समाज, कुर्मी समाज के मतदाता बहु संख्या में है। जिस प्रत्याशी की तरफ सामाजिक समीकरण का ज्यादा झुकाव रहेगा उनका जीत होने की संभावना जताया जा रहा है।

आम आदमी पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशियों से कांग्रेस और भाजपा दोनों को हो सकता है नुकसान..
आपको बता दे कि पिछले विधानसभा में आम आदमी पार्टी से सरदार जसबीर सिंह ने चुनाव लड़ा था और इस बार भी चुनाव की पूरी तैयारी हो चुकी है और उनकी तैयारी सामने तो दिखाई नहीं दे रही लेकिन अंदर ही अंदर जोर-शोर से तैयारी हो चुकी है। जसबीर सिंह की माने तो आप को उनका वोट 100% मिलेगा जो कभी ना कभी भ्रष्टाचार का शिकार हुआ है और आपको बता दें कि भ्रष्टाचार का शिकार तो लाइफ में हर कोई हुआ है जिसको देखते हुए आम पब्लिक और पढ़े लिखे युवा साथियों का आप पार्टी के प्रति झुकाव दिख रहा है क्योंकि सरगांव में जो जनसभा आयोजित किया गया था वहां किसी को भी विश्वास नहीं था कि इतनी पब्लिक आम आदमी पार्टी के लिए एकत्र हो जाएगा जिसको देखते हुए आम आदमी पार्टी से कांग्रेस और भाजपा दोनों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

निर्दलीय प्रत्याशी के रूप सतनामी समाज से सामने आ रहा है दबंग सरपंच निर्मल दिवाकर..
जी हां आपने सही समझा वही निर्मल दिवाकर जो अक्सर घोड़े में दिखाई देते हैं जिसको घोड़ा वाला सरपंच भी कहते है और उनका हौसला भी घोड़े की तरह है क्योंकि निर्मल दिवाकर सतनामी समाज से आते हैं और वह दो बार लगातार सरपंच बन चुके हैं और वर्तमान में सरपंच संघ के अध्यक्ष पथरिया और प्रदेश उपाध्यक्ष सरपंच संघ के पद पर हैं निर्मल दिवाकर का कहना है कि बिल्हा विधानसभा की जनता को एक बार धरम लाल तो दूसरे बार सियाराम को ही चुनना पड़ता है क्योंकि उनके सामने कोई दबंग नेता आज तक खड़े नहीं हो पाए। यही वजह हैं कि मैं लोगों का विकल्प बनकर सामने आया हूं। देखा जा रहा है कि निर्मल दिवाकर अगर चुनाव मैदान में डटकर चुनाव लड़ते हैं तो उनके समाज से लगभग बिल्हा विधानसभा में लगभग 80 हजार से भी ज्यादा मतदाता हैं अगर समाज ने ठान लिया कि हम अपने ही समाज के प्रत्याशी को चुनाव जिताएंगे तो निश्चय ही निर्मल दिवाकर का जीत हो सकता है। और निर्मल दिवाकर का यह भी कहना है कि अपने समाज के साथ ही अन्य समाज में भी वह बहुत ही लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं जिसको देखते हुए अन्य समाज से भी उसे लगभग 30% वोट मिलेगा। जिससे निर्मल दिवाकर की जीत हो सकती हैं।

RJ24 न्यूज़ छत्तीसगढ़ का आम लोगों से अपील..
17 नवंबर 2023 को हर मतदाता अपना मतदान जरूर करें। किसी भी प्रत्याशी के द्वारा दिए गए प्रलोभन पर नहीं आए अपना मतदान स्वयं और निर्भीक हो कर करें। अगर किसी के द्वारा आपको किसी प्रकार का लालच दिया जाता है तो इसका शिकायत आप सीधा चुनाव आयोग के टीम से कर सकते है।

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