त्रिभोना सीसी रोड निर्माण पर सवाल, पंच और ग्रामीणों ने जनपद कार्यालय में की शिकायत, कलेक्टर जनदर्शन में भी करेंगे प्रस्तुत..

शेयर करें...

रायगढ़// पुसौर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत त्रिभोना में बने सीसी रोड की गुणवत्ता और स्थान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ग्राम पंचायत के पंचों और ग्रामीणों ने जनपद कार्यालय पुसौर में इसकी शिकायत दर्ज कराई है और जांच की मांग की है। इस मामले को कलेक्टर जनदर्शन में रखने की तैयारी भी की जा रही है।

Join WhatsApp Group Click Here

ग्रामीणों का आरोप: घटिया निर्माण

लगभग 10 लाख रुपये की लागत से स्वीकृत इस सीसी रोड का निर्माण त्रिभोना पहुंच मार्ग, छोटे हरदी की ओर नदी के डुबान क्षेत्र में किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस क्षेत्र में हर साल पानी भरा रहता है, वहां रोड बनाना ही अव्यवहारिक है। इसके अलावा निर्माण कार्य में घटिया गिट्टी, सीमेंट और अधिक मात्रा में रेत का उपयोग किया गया है। परिणामस्वरूप रोड सुखने के बाद झाड़ू मारने से ही उखड़ने लगा है।

निर्धारित प्राक्कलन से भटका काम

ग्रामीणों का कहना है कि यह रोड निर्धारित प्राक्कलन के अनुसार नहीं बना है। मिट्टी और कीचड़ के ऊपर ही कंक्रीट डाल दिया गया। कई बार ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन पंचायत के जिम्मेदारों ने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया। शिकायत के बाद सब इंजीनियर राखि पटेल एक बार मौके पर पहुँची थीं, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने न तो कड़ी कार्रवाई की और न ही उच्च अधिकारियों को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया।

डुबान भूमि में रोड कैसे स्वीकृत हुआ?

सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर डुबान क्षेत्र में रोड निर्माण का प्राक्कलन कैसे तैयार हुआ। ग्रामीणों के अनुसार, किसी भी निर्माण कार्य के लिए नक्शा, खसरा और लोकेशन की जानकारी विभाग को दी जाती है। जिस भूमि पर यह सीसी रोड बनाया गया है, वह ओडिशा के हीराकुड डेम अधिग्रहित क्षेत्र में आती है। यहां के रकबा-खसरे पर पहले ही मुआवजा मिल चुका है। ऐसे में इस भूमि पर सड़क निर्माण स्वीकृत होना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है और स्वीकृति देने वाले अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े करता है।

Scroll to Top