शेयर करें...
रायपुर// केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस बार मॉनसून के दौरान नक्सल विरोधी अभियान नहीं रुकेगा। उन्होंने दो टूक कहा, “हर साल नक्सली बारिश के मौसम में आराम करते हैं, लेकिन इस बार हम उन्हें सोने नहीं देंगे।”
गृह मंत्री का यह बयान नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की आक्रामक रणनीति का संकेत है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करने का लक्ष्य तय किया गया है।
अमित शाह ने बताया कि सात नक्सल प्रभावित राज्यों के डीजीपी के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की गई है। इस बैठक में नक्सल विरोधी अभियानों को और अधिक समन्वित, तेज़ और प्रभावी बनाने पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि इन अभियानों में आधुनिक तकनीक, मजबूत खुफिया सूचना तंत्र और बेहतर रणनीति का इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने का अवसर देते हुए कहा कि जो भी माओवादी हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में आना चाहें, उनके लिए सरकार पुनर्वास नीति के तहत हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि आत्मसमर्पण करने वालों के साथ सभी वादे पूरी तरह निभाए जाएंगे।
नवा रायपुर में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में अमित शाह ने नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (NFSU) और केंद्रीय फॉरेंसिक साइंस लैब (CFSL) की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों की स्थापना से जांच प्रक्रिया को वैज्ञानिक और सटीक बनाया जा सकेगा, जिससे अपराध नियंत्रण और आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में मजबूती आएगी।
अंत में अमित शाह ने कहा, “हम नक्सलवाद को जड़ से खत्म करेंगे। अब समय आ गया है कि हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास और विश्वास की ओर बढ़ा जाए।”
#टैग्स : #अमितशाह #छत्तीसगढ़दौरा #नक्सलवाद #आतंकवादविरोधीअभियान #मॉन्सूनऑपरेशन #नक्सलीविरोधीकार्रवाई #गृहमंत्री #नक्सलउन्मूलन #Bastar #NFSU #ForensicLab #BSF #Narayanpur #भारतीयसुरक्षाबल #मुख्यधारामेंलौटो #भारतसरकार #आंतरिकसुरक्षा #AmitShahInChhattisgarh #NaxalFreeIndia