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कोरबा/ जिले में शुक्रवार की दोपहर गेवरा क्षेत्र के खदान गेट में संयुक्त मोर्चा एचएमएस, एटक, इंटक, सीटू संयुक्त यूनियन ने 16 फरवरी 2024 के कोयला उद्योग में राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए गेट मीटिंग की। जहां भारी संख्या में कामगारों की उपस्थिति रही। श्रमिक नेता अपनी मांगों को लेकर हुंकार भरते नजर आए।
खदान जाने से पहले बैरियर के पास एचएमएस, एटक,इंटक, सीटू संयुक्त यूनियन श्रमिक नेताओं ने कर्मचारियों को उनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया गया और जोरदार हुंकार भरी।
अपनी मांगों को लेकर कलम बंद हड़ताल
श्रमिक नेताओं ने कहा कि 16 फरवरी 2024 को एक दिवसीय कोयला उद्योग में हड़ताल का सबसे बड़ा महासंग्राम होगा, जहां काफी संख्या में लोग अपनी मांगों को लेकर कलम बंद हड़ताल करेंगे।
उद्योग का निजीकरण बंद होना चाहिए
श्रमिक नेताओं ने बताया कि कला उद्योग का निजीकरण बंद होना चाहिए वही एमडीओ मोड और रेनू शेयरिंग के आधार पर खदान चलाना बंद करें। मजदूर विरोधी एवं मलिक पक्षी कर लेबर कोर्ट को वापस लेना चाहिए।
आउटसोर्सिंग में लगे ठेका मजदूरों को एसपीएस वेज के आधार पर मजदूरी का भुगतान करना चाहिए। इसके अलावा मजदूरों को बोनस भी मिलना चाहिए। इसके अलावा इस क्षेत्र की जो सबसे बड़ी समस्या है।
पीएससी की परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान किया जाना चाहिए
- विस्थापित किसानों के मुआवजा और रोजगार की प्रकरण का निपटारा तत्काल करें।
- भू-स्थापित किसानों के योग्य बच्चों को सीआरएस फंड के तहत प्रशिक्षण कर कर उन्हें पीएससी की परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान किया जाना चाहिए।
- इसके अलावा एसईसीएल के विभागीय अस्पतालों में दवाई की जो समस्या है, उन्हें भी तत्काल दूर करना चाहिए, ताकि मजदूरों को इसका समय पर लाभ मिल सके।
- एसईसीएल में उत्पादन और मुनाफा लाभांश मजदूरों को भी बांटा जाना चाहिए।
इन सब मुद्दों को लेकर संयुक्त केंद्रीय श्रमिक संगठन के द्वारा 16 फरवरी को भव्य महाआयोजन
एचएमएस से रेशम लाल यादव, एसडी मानिकपुरी, एटक यूनियन से कामरेड दीपक उपाध्याय, इंटक से गोपाल यादव, डी के मिश्रा, सीटू यूनियन से कामरेड, अजय प्रताप और कामरेड जनाराम कर्स सहित बहुत से सक्रिय कार्यकर्ताओं ने सभा को संबोधित किया।
Sub Editor