फर्जी मार्कशीट से नौकरी : अब जांच के बाद हो रहा खुलासा, अटल यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी मार्कशीट बनाने का सिलसिला लगातार जारी, जिम्मेदार मौन..

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बिलासपुर/ अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी मार्कशीट बनाने का लगातार सि​लसिला चल रहा है। हर साल लगभग 5 से 10 फर्जी मार्कशीट यूनिवर्सिटी पकड़ रही है। जांच एजेंसियों को सूचना देकर शांत हो जा रही है। कार्रवाई नहीं हो रही। न ही यूनिवर्सिटी जांच करा रही कि इस तरह का कार्य कहां से चल रहा है।

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हाल ही में अथब्रिज रिसर्च सर्विस सेंटर ने अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी को एक छात्र की मार्कशीट जांच के लिए भेजी है। मार्कशीट में बताया ​गया ​है कि छात्र अटल यूनिवर्सिटी के टीचिंग ​डिपार्टमेंट से कॉमर्स की पढ़ाई की है। छात्र 325 नंबर के साथ 2018 में पास आउट हुआ। मार्कशीट बिलासपुर विश्वविद्यालय के नाम से है। मार्कशीट पर यूनिवर्सिटी का नाम शार्ट में बीवीबीसीजी लिखा हुआ है। इसमें परीक्षा नियंत्रक के हस्ताक्षर और सील भी लगे हैं। इस मार्कशीट पर बार कोड भी मौजूद है। जबकि अटल यूनिवर्सिटी अभी तक मार्कशीट में बार कोड जारी नहीं कर रही है। मार्कशीट पर यूनिवर्सिटी की वेबसाइट, पंजीयन नंबर, नामांकन नंबर, रोल नंबर और मार्कशीट का सीरियल नंबर भी लिखा है। अब यूनिवर्सिटी ने जांच कर इस छात्र के फर्जी मार्कशीट की जानकारी कंपनी को भेज दी है।

हालांकि यूनिवर्सिटी ने इस फर्जी मार्कशीट कहां से बन रही है, इसकी जांच नहीं कराई है। जबकि यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के अनुसार हर साल ऐसे 5 से 10 मामले आ रहे हैं। बीएड व डीएलएड पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब 2 नवंबर तक होंगे। इसकी तारीख बढ़ाई गई है। पहले एडमिशन की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर थी। इस संबंध में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एससीईआरटी से निर्देश जारी किए गए हैं। अफसरों का कहना है कि दशहरा की छुट्टी की वजह से ज्यादातर शैक्षणिक संस्थान 28 अक्टूबर तक बंद हैं। इस वजह से प्रवेश की अंतिम तिथि​ में संशोधन किया गया है। गौरतलब है कि राज्य के बीएड कॉलेजों में एडमिशन के लिए सेकंड राउंड काउंसिलिंग चल रही है। इस राउंड के तहत दूसरी मेरिट लिस्ट जारी हो चुकी है। राज्य में बीएड की 14400 सीटें हैं। इसमें से करीब दस हजार सीटों में दाखिले हो चुके हैं। साढ़े चार हजार सीटें खाली हैं। दूसरी लिस्ट में सभी सीटें अलॉट की गई है। इसी तरह डीएलएड खाली करीब डेढ़ हजार सीटें भी आबंटित की गई है। प्रवेश की प्रक्रिया 27 सितंबर तक चली है। इन छात्रों ने सभी दस्तावेज के साथ कॉलेज में अपना फार्म जमा कर दिया है। अब इन फार्मों की जांच कर कॉलेजों को यूनिवर्सिटी में जमा करना है। इसके बाद यूनिवर्सिटी में इन फार्मों की जांच होनी है।

अब ऐसे में अभी तक कॉलेजों से यूनिवर्सिटी में फॉर्म नहीं आए हैं। कब फॉर्म आएगा और कब जांच होगी। जब तक यूनिवर्सिटी छात्रों के फॉर्म में कमी निकालेगी, तब वे परीक्षा फॉर्म भर लेंगे। यूनिवर्सिटी की इस गलती के कारण हर साल छात्रों का रिजल्ट विथहेल्ड हो जाता है और वे यूनिवर्सिटी का चक्कर लगाते हैं। अटल यूनिवर्सिटी ने एमएड, बीएड सहित अधिकांश विभागों का रिजल्ट जारी कर दिया है। रिजल्ट जारी हुए लगभग 2 महीने से ऊपर हो गया है, पर अभी तक कॉलेजों में यूनिवर्सिटी मार्कशीट नहीं पहंुची है। जिन छात्रों को आगे की कक्षाओं में प्रवेश लेना है या प्रतियोगी परीक्षा में बैठना है, वे परेशान हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी का चक्कर लगा रहे हैं। यही नहीं यूनिवर्सिटी ने रिवेल और रिटोटलिंग का रिजल्ट तक अभी तक नहीं निकाली है।

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