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मुंगेली// जिले में शिक्षक युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी और फर्जीवाड़ा सामने आया है। मामला इतना गंभीर हो गया कि अब सीधे कलेक्टर कुंदन कुमार तक पहुंच गया है। कलेक्टर ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है – “मैं एक बार ही वार्निंग देता हूं। गड़बड़ी पाई गई तो पहले कानूनी कार्रवाई होगी, फिर विभागीय कार्रवाई।”
किन-किन गड़बड़ियों का हुआ खुलासा?
मिली जानकारी के अनुसार, जिले में शिक्षक युक्तियुक्तकरण में कई स्तरों पर फर्जीवाड़ा हो रहा है:
- छात्र संख्या में फर्जीवाड़ा: कई स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई जा रही है, ताकि अधिक शिक्षक मांगे जा सकें।
- स्कूल की दूरी में हेरफेर: स्कूलों के बीच की दूरी में जानबूझकर गड़बड़ी की जा रही है।
- गैरहाजिर छात्रों को दिखाया जा रहा उपस्थित: महीनों से स्कूल न आने वाले बच्चों को भी गिनती में शामिल किया जा रहा है।
- अतिरिक्त शिक्षकों को छुपाया जा रहा: जहां शिक्षक जरूरत से ज्यादा हैं, वहां भी उन्हें रोका जा रहा है और जानकारी छुपाई जा रही है।
DEO और DMC पर कलेक्टर की नाराजगी
कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी चन्द्र कुमार धृतलहरे और DMC प्रभारी अजय नाथ को सीधी जिम्मेदारी लेते हुए फटकार लगाई है। साथ ही BEO और BRC को भी चेतावनी दी है कि अब कोई लापरवाही नहीं चलेगी। पारदर्शिता में गड़बड़ी करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई तय है।
शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
कलेक्टर की सख्त चेतावनी के बाद पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। अब अधिकारी युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को सुधारने में जुट गए हैं। देखना यह है कि अब यह कार्रवाई जमीन पर कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से दिखती है।