भाजपा पार्षद पर जानलेवा हमला : नगर पालिका अध्यक्ष पति सहित आधा दर्जन से अधिक हमलावरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार..

शेयर करें...

सारंगढ़-बिलाईगढ़// सारंगढ़ में गुरुवार देर रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नगर पालिका के भाजपा पार्षद मयूरेश केशरवानी पर 15 से अधिक लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों ने उन्हें दुकान से खींचकर लोहे की रॉड और अन्य हथियारों से बुरी तरह पीटा। हमला इतना जबरदस्त था कि मयूरेश के सर, कमर और पीठ में गहरी चोटें आईं।

Join WhatsApp Group Click Here

जानकारी के मुताबिक, इस हमले का मुख्य आरोपी नगर पालिका अध्यक्ष के पति अजय बंजारे है। बताया जा रहा है कि राज्य शासन द्वारा 2 जुलाई को नगरपालिका अध्यक्ष सोनी बंजारे को पद से हटाया गया, जिसके बाद अजय बंजारे ने अपने साथियों के साथ इस हमले की साजिश रची।

हमले की पूरी कहानी

गुरुवार रात करीब 9 बजे मयूरेश केशरवानी अपनी दुकान बंद कर रहे थे, तभी अजय बंजारे और उसके 10-15 साथियों ने अचानक हमला कर दिया। लगभग 10 मिनट तक मारपीट होती रही, जिसके बाद मोहल्ले की महिलाओं ने बीच-बचाव कर मयूरेश की जान बचाई। उन्हें तुरंत सारंगढ़ शासकीय अस्पताल लाया गया, बाद में बेहतर इलाज के लिए राधाकृष्ण अस्पताल रेफर किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी कोतवाली पुलिस ने अजय बंजारे समेत सभी हमलावरों पर बीएनएस की धारा 109(1), 310(2) के तहत गैरजमानती अपराध दर्ज किया है। वही जैसे ही घटना की खबर फैली, भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अस्पताल और थाने पहुंच गए। भाजपा नेताओं ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन होगा।

मुख्य आरोपी सहित आधा दर्जन हमलावर गिरफ्तार

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रात में ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया। एसपी आंजनेय वाषर्णेय, डीएसपी निमिषा पांडे और एसडीओपी स्नेहिल साहू के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कामिल हक की टीम ने सिंघोड़ा मंदिर के पास उड़ीसा सीमा से अजय बंजारे और उसके साथियों को पकड़ लिया। हालांकि पुलिस ने अब तक आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

हमले के पीछे की वजह

जानकारी के अनुसार मयूरेश केशरवानी ने नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ जमीन आबंटन में गड़बड़ी की शिकायत की थी, जिसके बाद शासन ने 2 जुलाई को उन्हें पद से हटा दिया था। इसी बात को लेकर अजय बंजारे ने मयूरेश से बदला लेने की योजना बनाई।

एक महीने पहले ही उपाध्यक्ष रामनाथ सिदार और 7 पार्षदों को भी शासन ने अनियमितता के चलते पद से हटाया था, जिससे नाराजगी का माहौल पहले से बना हुआ था। घटना से आम नागरिकों और भाजपा कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है। फिलहाल मयूरेश की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।


#सारंगढ़ #भाजपापार्षदहमला #मयूरेशकेशरवानी #अजयबंजारेगिरफ्तार #राजनीतिकहिंसा #नगरपालिका #छत्तीसगढ़न्यूज़ #उड़ीसागिरफ्तारी #BreakingNews

Scroll to Top