अश्लीलता फैलाने वाले छत्तीसगढ़ी कलाकारों पर गिरेगी गाज, 21 मई को इनपर दर्ज होगी FIR..

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रायपुर// छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं को दूषित करने वाले कुछ तथाकथित कलाकारों के खिलाफ अब पत्रकार यशवंत साहू समेत कई संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। जिनके द्वारा 21 मई को शाम 7:30 बजे रायपुर के सिविल लाइन थाने में, किशन सेन समेत 22 ऐसे कलाकारों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी, जिन पर अश्लील और दोहरे अर्थ वाले गाने बनाने का आरोप है।

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यशवंत साहू ने जानकारी देते हुए कहा कि ये कलाकार सिर्फ व्यूज, कमेंट्स, फॉलोअर्स और सब्सक्राइबर पाने के लिए “गंदे-गंदे वीडियो, टाइटल और थंबनेल” का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि “अगर आप छालीवुड में अश्लीलता फैलाएंगे तो यशवंत साहू जैसे छत्तीसगढ़िया लोग आपको कभी नहीं छोड़ने वाले हैं।”

छत्तीसगढ़ी संस्कृति बचाने की मुहिम में जुटे संगठन

इस मुहिम में कई छत्तीसगढ़िया संगठन भी आगे आ रहे हैं। जिसमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना, छत्तीसगढ़िया महिला क्रांति सेना, उजियार की टीम, लोक संरक्षण समिति बागबाहरा और छत्तीसगढ़ छात्र संगठन शामिल है। इनमें छत्तीसगढ़ छात्र संगठन पहले ही इन कलाकारों के खिलाफ आवाज़ उठा चुके हैं। छत्तीसगढ़ छात्र संगठन द्वारा रविवार को विधानसभा थाने में किशन सेन और अन्य कलाकारों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।

यशवंत साहू ने मिनेश साहू का विशेष धन्यवाद किया, जिन्होंने पिछले तीन-चार दिनों से इन कलाकारों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। मिनेश साहू एक प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गीतकार हैं, और उनके आह्वान पर ही ये सभी संगठन एक साथ आए हैं।

अश्लीलता की पराकाष्ठा : कुछ आपत्तिजनक गाने

  • “रील बनैया डौकी टू, मोला झन देवे भगवान रील बनया डौकी” (डीजे संतोष सिंह बहरा के नाम से)
  • दबा बल्लू (सिंगर: किशन सेन)
  • “कौन जगह ला मारे बिच्छी” (सिंगर: चंपा निषाद, दिनेश पटेल)
  • “डारन दे मोला मन भर के” (सिंगर: कार्तिक साहू, सुरेंद्र लहरे)
  • “चाकर हे तोर साइलेंसर” (सिंगर: सत्य बांधे, तीजन पटेल)
  • “झन दबा बल्लू” (सिंगर: चंपा निषाद, प्रताप भारत स्वर)
  • “आना हाथ मा धर के” (स्वर: आनंद, रिकॉर्डिंग स्टूडियो: सुर मोहिनी नवागढ़ टेमरी)
  • “नल्ला मा डाल के अंडी तेल” (स्वर: अजय गायकवाड़)
  • “सतनामी डौका पार्ट टू” (स्वर: लहरे दीवाना)
  • “भाई काय आइटम हे रे” (सिंगर: कैलाश साहू)
  • “करिया भाटा जैसे डौका” (सिंगर: राजकुमार खटकर)
  • “बने पेल के डार तोला गन्ना लगा”
  • “चुम्मा ले पोटार के”
  • “सफा चट डलवा ले भौजी जीभ लगा के”

इन गानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद उम्मीद है कि दोबारा इस तरह के अश्लील गाने नहीं बनाए जाएंगे। यशवंत साहू ने जनता से भी अपील की है कि वे ऐसे गानों को ब्लैकलिस्ट करें, बॉयकॉट करें और इन कलाकारों को अपने कार्यक्रमों में बिल्कुल आने न दें। उन्होंने संकल्प लिया है कि वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और सभ्यता से जुड़े मुद्दों को लगातार उठाते रहेंगे।

Source: https://youtu.be/aM8_hfF9kz8?si=_JhSnlV8bmMOBS0K

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