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भाटापारा// भाटापारा के शांति नगर और सर्कस मैदान क्षेत्र में गौरा-गौरी विसर्जन के दौरान सोमवार रात जमकर मारपीट और उत्पात हुआ। मातादेवालय तालाब में विसर्जन के लिए पहुंचे दो विसर्जन समूहों के बीच अचानक विवाद हुआ, जो देखते-देखते हिंसा में बदल गया। इस दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा लाठी, डंडे, चाकू और पत्थरों से हमला करने की बात सामने आई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमला इतनी अचानक और उग्र था कि लोग बचकर भागने लगे। घटना में करीब 15 से 20 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
थाने का घेराव, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
घटना के बाद शांति नगर के दो गौरा-गौरी विसर्जन समूह के सैकड़ों लोगों ने भाटापारा शहर थाने का घेराव कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन पर सुरक्षा में लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना था कि विसर्जन के समय पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई, जिसके कारण असामाजिक तत्वों ने हमला करने की हिम्मत की
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जोर देकर कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वे विरोध जारी रखेंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि “हम तब तक धरना देंगे, जब तक हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होती। अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम गौरा–गौरी की मूर्तियों का विसर्जन नहीं करेंगे।”
तनाव बरकरार, अफसर मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिश की। देर रात तक पुलिस अधिकारियों ने लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी पर अड़ी रही। इस बीच, मंदिर तालाब के आसपास और थाने के बाहर पुलिस बल बढ़ा दिया गया है। शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है, ताकि किसी और अप्रिय घटना को रोका जा सके।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने हमलावरों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज और मोबाइल रिकॉर्डिंग जब्त की है। कई संदिग्धों को चिन्हित किया जा रहा है और गिरफ्तारी की कार्रवाई जल्दी होने की बात कही जा रही है।स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से विसर्जन के दौरान शहरी असामाजिक तत्वों द्वारा बवाल करने की प्रवृत्ति बढ़ी है, जिस पर प्रशासन को पहले से सतर्क रहना चाहिए था। भाटापारा पुलिस ने शांति की अपील की है और आश्वासन दिया है कि घटना में शामिल असामाजिक तत्वों को किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। मगर दूसरी ओर, प्रदर्शनकारी अपने रुख पर कायम हैं और गिरफ्तारी के बिना विसर्जन न करने की चेतावनी दे रहे हैं।


