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रायपुर// छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ननकी राम कंवर कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत को हटाने की मांग को लेकर धरना देने पर अड़े हुए हैं। रायपुर पहुंचते ही प्रशासन ने उन्हें एम्स के पास हाउस अरेस्ट किया और उनके धरने को रोकने के लिए हर संभव प्रयास शुरू कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, ननकी राम कंवर स्टेशन से जेल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट पहुंचे और वहां से एक परिचित के निवास पर गए। इसी दौरान उनकी घेराबंदी शुरू हो गई। कंवर की ओर से मीडिया से बात करने की कोशिश पर एक व्यक्ति, जो खुद को उनके नाती बताता है, ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस पर कंवर भड़क गए और व्यक्ति को धक्का देकर दूर किया।
कंवर ने कहा कि उन्हें मीडिया से यह जानकारी मिली कि सरकार उनकी शिकायतों की जांच करवा रही है, लेकिन किसी मंत्री या वरिष्ठ अधिकारी ने उनसे व्यक्तिगत संपर्क नहीं किया। इसके बावजूद उन्होंने स्पष्ट किया कि 4 अक्टूबर, शनिवार को वे मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठेंगे।
इस बीच, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार की रात कंवर से चर्चा की और उन्हें धरना न देने की सलाह दी। सीएम ने उन्हें बताया कि उनके लिखे पत्र पर बिलासपुर कमिश्नर से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है। हालांकि, प्रशासन के सभी प्रयासों और चर्चा के बावजूद कंवर धरना देने के अपने फैसले पर अड़े हुए हैं।
इस समय ननकी राम कंवर रायपुर एम्स के नजदीक भवन में रूके हुए हैं, जहां उनके कई रिश्तेदार और भाजपा के नेता उनसे संवाद स्थापित करने में लगे हैं। समाचार लिखे जाने तक कंवर धरना देने के लिए बाहर नहीं निकले हैं।
इस मामले से स्पष्ट है कि पूर्व गृहमंत्री का धरना प्रदर्शन राज्य प्रशासन और भाजपा नेताओं के लिए संवेदनशील स्थिति बन चुका है, जिसे लेकर राजनीय और प्रशासनिक स्तर पर चर्चा जारी है।