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सारंगढ़-बिलाईगढ़ // सावन का पावन महीना भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर श्रद्धालु पूरे समर्पण भाव से पूजा-अर्चना कर भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत, जलाभिषेक और धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं। ऐसे ही श्रद्धा और सेवा का उदाहरण देखने को मिला सावन के तीसरे सोमवार को सरिया स्थित गौरीशंकर मंदिर में, जहां स्वर्गीय कन्हैया लाल डनसेना की स्मृति में भंडारे का आयोजन किया गया।
इस भंडारे का आयोजन स्व. कन्हैया लाल डनसेना के पुत्र प्रमोद कुमार डनसेना और उनके परिवारजनों द्वारा किया गया। आयोजन में श्रद्धालुओं को खीर-पुड़ी एवं प्रसाद वितरित किया गया। सुबह से ही मंदिर परिसर में शिव भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं, सभी ने आस्था और भक्ति के साथ भगवान शिव का पूजन किया और प्रसाद ग्रहण किया।
मेन चौक सरिया स्थित गौरीशंकर मंदिर, जिसकी स्थापना वर्ष 1983 में हुई थी, आज भी आस्था का केंद्र बना हुआ है। सावन के सोमवार को यहां दूर-दराज से श्रद्धालु जल चढ़ाने और पूजा करने आते हैं। इस अवसर पर क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता एवं श्रद्धालु – कमल पटेल, पुस्तम यादव, भरत गुप्ता, संजय पटेल, राजू ठाकुर, विनय चौहान, एस. कुमार सारथी, कमल डनसेना सहित अनेक लोग उपस्थित रहे और आयोजन को सफल बनाने में सहयोग किया।
सावन माह, जो भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, इस प्रकार के आयोजन समाज में भक्ति, सेवा और संस्कार की भावना को और भी प्रबल करते हैं। स्व. कन्हैया लाल डनसेना की स्मृति में यह आयोजन एक प्रेरणादायक पहल बन गया, जो आने वाले वर्षों में भी इसी श्रद्धा के साथ जारी रहेगा।