हितग्राहियों को नहीं मिला 3 महीने का राशन, ग्रामीणों ने बोंदा पंचायत सचिव के खिलाफ खोला मोर्चा, हंगामा के बीच बंद करनी पड़ी राशन दुकान..

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सारंगढ़-बिलाईगढ़// जिले के बरमकेला जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बोंदा में राशन वितरण में अनियमितता का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि तत्कालीन वितरणकर्ता नित्यानंद थनापत द्वारा उन्हें पिछले तीन महीनों का राशन प्रदान नहीं किया गया, जिससे परेशान होकर उन्होंने पंचायत सचिव सुनील तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

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ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सचिव सुनील तिवारी ने शासकीय उचित मूल्य की दुकान का संचालन करते हुए, वितरणकर्ता के साथ मिलकर APL और BPL परिवारों को मिलने वाली तीन माह की राशन सामग्री का गबन किया है। उनका आरोप है कि सचिव ने केवल कुछ चुनिंदा और रसूखदार लोगों को ही चावल वितरित किया, जबकि दर्जनों हितग्राहियों के हिस्से का राशन हड़प लिया गया। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि उन्होंने कई बार इस संबंध में निवेदन किया, किंतु जब उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे मजबूरन सड़कों पर उतरकर शिकायत करने को विवश हो गए।

ग्रामीणों ने किया हंगामा, बंद करनी पड़ी राशन दुकान

शनिवार को ग्राम पंचायत बोंदा कार्यालय के समीप स्थित उचित मूल्य की दुकान में सितंबर माह का चावल एवं शक्कर वितरण किया जाना था। जैसे ही राशन विक्रेता मंगलदास नंद वितरण के लिए पहुंचे, सैकड़ों हितग्राहियों ने विरोध जताते हुए पहले जून, जुलाई और अगस्त माह का बकाया चावल एकमुश्त दिए जाने की मांग की।

विक्रेता मंगलदास ने स्पष्ट किया कि पूर्व में राशन वितरण की जिम्मेदारी नित्यानंद थनापत के पास थी, और उसके कार्यकाल का कोई हिसाब-किताब उनके पास उपलब्ध नहीं है। इस जवाब से ग्रामीण असंतुष्ट हो गए और मौके पर हंगामा शुरू हो गया। काफी देर तक शोर-शराबा और अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।

मौके पर मौजूद ग्राम पंचायत बोंदा के सरपंच गोवर्धन निषाद ने बताया कि तत्कालीन विक्रेता नित्यानंद थनापत को हटा दिया गया है और अब राशन वितरण का कार्य ‘निर्मला महिला स्व-सहायता समूह, बुदबुदा’ को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि शेष बचे हितग्राहियों को तीन महीने का बकाया चावल पूर्व विक्रेता की कमीशन राशि से वितरित कराया जाएगा। इसके बावजूद ग्रामीणों का आक्रोश शांत नहीं हुआ, जिस कारण अंततः राशन दुकान को बंद करना पड़ा।

अंगुठा लेकर एन्ट्री कर लिया गया है

राशन लेने पहुंचे हितग्राही दुलार साय रात्रे, अवध राम चौहान, गोकुल प्रसाद पटेल, दुष्यंत पाणिग्राही, मनोहर पटेल, मोहन निषाद और दिनेश पटेल ने बताया कि तत्कालीन विक्रेता नित्यानंद थनापत ने उन्हें धोखे में रखकर तीन माह के चावल के लिए अंगूठा लगवाकर राशन कार्ड में एंट्री कर ली, लेकिन चावल नहीं दिया। उनका आरोप है कि संबंधित राशन को नित्यानंद ने कहीं और बेच दिया है। ग्रामीणों की स्पष्ट मांग है कि पहले उनके हक का तीन महीने का बकाया चावल प्रदान किया जाए, उसके बाद ही सितंबर माह का राशन वितरण किया जाए।

ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम लिखा शिकायत

कलेक्टर को ग्रामीणों द्वारा लिखे शिकायत के अनुसार

  • ग्राम पंचायत बोन्दा में शासन के आदेश अनुसार तीन माह का चावल वितरण होना था जो कि आज तीन माह उपरांत भी आधे से ज्यादा हितग्राही को चावल वितरण सचिव तिवारी द्वारा नहीं दिया गया है।
  • ग्राम पंचायत बोंदा मे सचिव द्वारा दुकान संचालित किया जाता है। पंचायत सचिव सुनील तिवारी पिछले 15-20 वर्षों से बोन्दा पंचायत सचिव के रूप में जमा हुआ है जनता पिछले कई वर्षों से पंचायत सचिव के कार्यशाली से त्रस्त है।आज दिनांक उपरांत कभी भी चावल वितरण सही समय सही तरीके से नहीं होता आ रहा है जिसके चलते दिनांक 7/9/ 25 को राशन वितरण केंद्र में ग्राम वासियों व वितरण समिति के बीच विवाद उत्पन्न हुआ है इस तरह का विवाद प्रत्येक माह होता आ रहा है जनता प्रत्येक माह चावल वितरण के समय परेशान होते आ रहे हैं।
  • अतः ग्रामीणों ने उक्त पंचायत सचिव पर आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई करते हुए चावल वितरण को सुचारू रूप से चलने के लिए वितरण केंद्र के विक्रेता नित्यानंद थनापत को निर्देशित करने की मांग की है।
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