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सारंगढ़-बिलाईगढ़// बरमकेला पुलिस ने चंद घंटों में उस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा दी, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया था। जामजोरी जंगल में मिला युवक का शव दरअसल उसके ही सगे भाई ने अपने दोस्त के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया था। हत्या की वजह घरेलू विवाद और शराब के नशे में हुई कहासुनी बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, 19 अगस्त को पुलिस को खबर मिली कि जामजोरी जंगल में झाड़ियों के बीच किसी युवक का शव छुपाकर रखा गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान परमदेव कुमार राम उर्फ राहुल (17 वर्ष) निवासी ग्राम कुचिला, थाना छिपादोहर, जिला लातेहार (झारखंड) के रूप में की।
जांच में शक की सुई मृतक के सगे भाई रूपेश कुमार राम और उसके नाबालिग दोस्त की ओर गई। सख्ती से पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपियों ने बताया कि 17 अगस्त की रात मृतक शराब के नशे में अपने बड़े भाई रूपेश से झगड़ने लगा और मारपीट की। इससे तंग आकर रूपेश ने अपने दोस्त के साथ मिलकर डंडे से हमला किया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या को छुपाने के लिए शव के सिर में प्लास्टिक बोरी बांध दी गई और मोटरसाइकिल मे रखकर जामजोरी जंगल ले जाकर झाड़ियों में फेंक दिया गया। इसके बाद दोनों ऐसे सामान्य ढंग से अपने कमरे में लौट गए, जैसे कुछ हुआ ही न हो।
बरमकेला पुलिस ने महज कुछ घंटों में केस सुलझाते हुए दोनों आरोपियों को 19 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया और 20 अगस्त को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
पूरे मामले की तफ्तीश पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमिषा पांडेय और उप पुलिस अधीक्षक सारंगढ़ अविनाश मिश्रा के मार्गदर्शन में की गई। थाना प्रभारी उप निरीक्षक ए.के. बेक और उनकी टीम ने इस अंधे कत्ल का राज खोलने में अहम भूमिका निभाई।