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रायपुर// नवा रायपुर के निमोरा स्थित पंचायत प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार को छत्तीसगढ़ के नवचयनित जिला पंचायत अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में जिला पंचायत प्रतिनिधियों को सेवा और ईमानदारी के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि “जब नीयत साफ और भावना सच्ची हो, तो जनता भरोसा जताती है। मैंने खुद कई बार निर्विरोध चुनाव जीते हैं क्योंकि लोगों को मुझ पर विश्वास था।”
उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर नक्सल समस्या के समाधान को लेकर ढिलाई का आरोप लगाया और कहा, “अब बस्तर में गोलियों की आवाज नहीं, विकास की गूंज सुनाई देती है। भाजपा सरकार नक्सलवाद के समूल नाश के लिए प्रतिबद्ध है।”
अटल डिजिटल सेवा की बड़ी घोषणा
सीएम साय ने इस कार्यक्रम के मंच से ऐलान किया कि आने वाले वर्षों में प्रदेश की 11,000 ग्राम पंचायतों में “अटल डिजिटल सेवा” की शुरुआत की जाएगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण प्रशासन को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है, जिससे पंचायत स्तर पर पारदर्शिता, तकनीकी दक्षता और योजना कार्यान्वयन की गुणवत्ता में सुधार आएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायती राज को मजबूत करना छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास की कुंजी है और प्रशिक्षण शिविर इस दिशा में एक मजबूत कड़ी है।
नक्सलियों के शांति वार्ता पत्र पर मुख्यमंत्री की दो-टूक
मुख्यमंत्री ने नक्सलियों द्वारा भेजे गए शांति वार्ता प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम शांति के पक्षधर हैं, लेकिन हिंसा की भाषा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो आत्मसमर्पण करेगा, उसे पुनर्वास मिलेगा, लेकिन जो गोली चलाएगा, उसे जवाब मिलेगा।”
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का संदेश
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने जनप्रतिनिधियों को पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि जनता के सबसे नजदीकी होते हैं और उनकी कार्यशैली से ही शासन का चेहरा तय होता है।
इस प्रशिक्षण शिविर में पंचायत संचालन, वित्तीय प्रबंधन, योजना क्रियान्वयन और डिजिटल गवर्नेंस जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए।