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सारंगढ़ – बिलाईगढ़// जिले के बरमकेला खण्ड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा चलाए जा रहे घर वापसी अभियान के तहत दो परिवारों ने ईसाई धर्म को त्याग कर फिर से हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया। यह आयोजन विधिवत पूजा-पाठ और धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ सम्पन्न हुआ, जिसमें श्रीमद् भगवत गीता भेंट कर परिवारों का पुनः स्वागत किया गया।
जानकारी के अनुसार, उड़ीसा के बरगढ़ जिले के अंबाभोना थाना क्षेत्र के रुचिदा गांव निवासी उमेश पात्र और रमेश पात्र नामक दो भाई अपने परिवार के साथ बीते 18-19 वर्षों से ईसाई धर्म अपना चुके थे। लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बरमकेला खण्ड, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की पहल पर अब उन्होंने फिर से अपने मूल सनातन धर्म में वापसी की है।
पूजा-अर्चना के साथ वापसी, समाज में फिर से मिला स्थान
इस अवसर पर खंड कार्यवाह भागीरथी साहू के साथ खड़रा समाज के प्रांताध्यक्ष भुवनेश्वर महाजन (चंद्रपुर) सहित उड़ीसा व छत्तीसगढ़ के अनेक समाज प्रमुख और गणमान्य लोग मौजूद रहे। विधिवत रूप से पूजा-पाठ के बाद दोनों परिवारों को श्रीमद् भगवत गीता भेंट की गई और उन्हें फिर से समाज में शामिल किया गया।
हिंदू संगठन बोले – ईमानदारी से कर रहे धर्म-कार्य
कार्यक्रम के दौरान संघ और विहिप कार्यकर्ताओं ने बताया कि उनका मकसद किसी पर जबरन कुछ थोपना नहीं, बल्कि जो लोग भ्रमित होकर या परिस्थितिवश धर्म बदल चुके हैं, उन्हें जागरूक कर उनकी ‘घर वापसी’ कराना है। संघ, विहिप और बजरंग दल अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी निष्ठा और सक्रियता से यह कार्य कर रहे हैं।
इस घर वापसी कार्यक्रम को लेकर स्थानीय क्षेत्र में चर्चा का माहौल है और इसे हिंदू समाज की सामाजिक-सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है।
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