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बिलासपुर/ यह वारदात मस्तूरी थानाक्षेत्र के ग्राम वेद परसदा की है . जहां दो पत्नी की वजह से आएदिन होने वाले विवाद के चलते पति ने दूसरी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया, खेत में काम करते वक्त दोपहर खाने में रोटी नहीं देने पर झगड़ा हुआ, तो आरोपी पति ने फावड़ा से सिर पर प्राणघातक वार कर दिया. मस्तूरी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त हथियार जब्त कर कार्रवाई कर रही है.
पुलिस के मुताबिक मस्तूरी थाने में मंगलवार को सूचना मिली, कि ग्राम वेद परसदा के दरहा खार में किसी महिला की संदिग्ध अवस्था में शव पड़ी हुई है, सिर से काफी मात्रा में खून बहा हुआ है. सूचना पर मस्तुरी पुलिस की टीम घटनास्थल ग्राम वेद परसदा पहुंची जहां शव का मुआयना करने पर स्पष्ट हो गया, कि उक्त महिला की हत्या हुई है.
पूछताछ पर ग्रामीणों ने बताया, कि महिला का नाम गौरी बाई विश्वकर्मा पति जगदीश विश्वकर्मा है. विस्तृत पूछताछ करने पर मौके पर उपस्थित गौरी के बेटे व्यास विश्वकर्मा ने बताया, कि उसके पिताजी जगदीश विश्वकर्मा ने दो विवाह किए थे. गौरी बाई विश्वकर्मा उसके पिताजी की दूसरी पत्नी थी, उसकी पहली पत्नी का नाम दमयंती बाई था, दोनों पत्नियों से जगदीश विश्वकर्मा को चार-चार बच्चे हैं. जगदीश विश्वकर्मा आए दिन गौरी से मारपीट किया करता था. व्यास विश्वकर्मा ने आशंका जताई, कि गौरी की हत्या उसके पिताजी जगदीश विश्वकर्मा ने ही किया होगा. गौरी और जगदीश खेत में साथ में ही काम करने गए थे, गौरी की हत्या के बाद जगदीश घटनास्थल से संदिग्ध तरीके से लापता हो गया था, इस कारण मस्तूरी पुलिस को भी जगदीश पर संदेह हुआ.
मामले में जैसे-जैसे विवेचना आगे बढ़ी यह स्पष्ट हो गया था, कि गौरी बाई की हत्या उसके पति जगदीश ने ही किया है. आरोपी के तुरंत गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी मस्तूरी फैजुल शाह के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले के फरार आरोपी की सघन पतासाजी की गई. इस दौरान आरोपी लिमतरा में अपने रिश्तेदार के यहां गया हुआ था, और अपनी पत्नी की हत्या की घटना को कबूल करते हुए लगरा जा रहा हूं, और वहां से जांजगीर चला जाऊंगा बोलकर निकल गया. आरोपी पुलिस को चकमा देने के लिए लगरा तथा जांजगीर जाने की बात बताया था पुलिस टीम जांजगीर और लगरा में आरोपी के रिश्तेदारों के यहां दबिश दी, परंतु आरोपी वहां पर नहीं मिला.
इस दौरान पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि आरोपी ग्राम कर्रा में छिपा हुआ है जहां से पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को हिरासत में लिया. पूछताछ करने पर आरोपी जगदीश ने पुलिस को बताया कि दो पत्नी होने के कारण आए दिन छोटी पत्नी और उसका विवाद होता रहता था, पिछले कुछ दिनों से उसकी छोटी पत्नी गौरी बाई लगातार उसकी उपेक्षा कर रही थी, घटना के समय खेत में खाद डालकर दोनों खाना खाने के लिए बैठे हुए थे, इस दौरान अपनी पत्नी से रोटी मांगा तो वह बोली कि तुम अपनी पहली पत्नी के पास क्यों नहीं चले जाते हो रोटी मांगने इसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी होने लगी, और विवाद बढ़ता गया गुस्से में आकर जगदीश अपने साथ रखे फावड़े से उसके सर पर प्राणघातक वार कर गौरी बाई की हत्या कर दिया. हत्या के पश्चात हत्या में प्रयुक्त हथियार फावड़ा को ग्राम सर्वानी में छिपाकर लिमतरा भाग गया, और पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने रिश्तेदारों को जांजगीर जाने की झूठी सूचना देकर पर जाकर छिपा रहा था, हालांकि पुलिस के सामने उसकी चालाकी ज्यादा देर नही चली, और वह पकड़ा गया.
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी फैजुल शाह के नेतृत्व में उप निरीक्षक सीएस नेताम, प्रधान आरक्षक मनोज राजपूत, आरक्षक कमलेश शर्मा, योगेंद्र खूंटे और योगेश निर्मलकर का विशेष योगदान रहा.