कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत की विदाई तय, प्रदेश अध्यक्ष के आश्वासन के बाद ननकीराम कंवर ने धरना का निर्णय लिया वापस..

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रायपुर// कलेक्टर कोरबा अजीत वसंत को हटाने की मांग पर अड़े पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की शनिवार की प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव से मुलाकात हुई। प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने उनसे फोन पर बात की और फिर कंवर कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे। पूर्व गृहमंत्री की प्रदेश अध्यक्ष किरण देव से करीब पौन घंटे चर्चा हुई।

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पूर्व गृहमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें आश्वस्त किया है और कहा है कि कलेक्टर हट जाएंगे। सात आठ दिन लग सकता है। उनकी बात माननी पड़ेगी। यदि कलेक्टर नहीं हटे, तो फिर कोई कदम उठाएंगे।

मीडिया से चर्चा में पूर्व गृहमंत्री ननकी कंवर ने बताया कि उन्हें जानकारी दी गई है कि, उनके लिखे पत्र पर बिलासपुर कमिश्नर से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है। दो -तीन दिन में रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। सीएम साय ने कंवर को धरना नहीं देने की सलाह दी है। प्रदेश अध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद कंवर ने धरना प्रदर्शन करने का निर्णय बदल दिया।

याद रहे कि इससे पहले उन्होंने कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत को हटाने की मांग को लेकर 4 अक्टूबर को धरना देने का ऐलान कर दिया था। वो रायपुर एम्स के पास एक सामाजिक भवन में रूके थे। लेकिन, पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया था।

प्रदेश अध्यक्ष से मिला आश्वासन

दूसरी ओर, भाजपा सूत्रों के मुताबिक, ननकीराम कंवर ने प्रदेश नेतृत्व के सामने अपने लिखे पत्र की प्रति प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने कलेक्टर अजीत बसंत पर कोरबा जिले में प्रशासनिक लापरवाही और पक्षपातपूर्ण रवैये के आरोप लगाए थे। इस पर प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने उन्हें बताया कि बिलासपुर संभागायुक्त से रिपोर्ट मांगी गई है, और दो-तीन दिनों में जांच प्रतिवेदन आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी कंवर से बातचीत कर उन्हें धरना स्थगित करने की सलाह दी थी। सीएम ने भरोसा दिलाया कि सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है और निष्पक्ष जांच के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।

धरना टला, लेकिन नाराजगी कायम

भले ही ननकीराम कंवर ने फिलहाल धरना टाल दिया हो, लेकिन उनकी नाराजगी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। वे स्पष्ट शब्दों में कह चुके हैं कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे दोबारा आंदोलन करेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता होने के नाते कंवर का यह विरोध पार्टी के अंदरूनी असंतोष को भी उजागर करता है। कंवर ने कहा “मैंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को तथ्य बताकर पत्र लिखा है। अब अगर रिपोर्ट आने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो जनता के बीच जाने से नहीं हिचकूंगा।” इस पूरे घटनाक्रम में रायपुर से लेकर कोरबा तक प्रशासन और पार्टी संगठन दोनों सतर्क हो गए हैं। कोरबा जिले में कलेक्टर अजीत बसंत के कामकाज की समीक्षा अब शीर्ष स्तर पर की जाएगी।

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