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कोरबा पाली/नगर पंचायत पाली और आसपास के देवी मंदिरों देव स्थलों में शारदीय नवरात्रि का पर्व बड़े ही भक्ति भाव और हर्ष उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया गया. पूजन आरती दर्शन सहित माता सेवा के विविध कार्यक्रमों से समूचे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया और चहुंओर जय माता दी का जयकारा गुंजायमान रहा. नगर पंचायत पाली में नगर की ग्राम देवी महामाया देवालय में कुल 713 आस्था के दीप प्रज्वलित किए गए हैं. जिसमें घृत 11, तेल 251और जवारा के 351 कलश प्रज्वलित किए गए हैं. जहां प्रतिदिन संध्या आरती में बड़ी संख्या में माताएं बहने जुट रही है. मांदर की थाप मे पारम्परिक छत्तीसगढ़ी आरती भक्तों को झूमने पर मजबूर कर देता है. मंदिर की विद्युत झालर, फूलों से आकर्षक सजा की गई है. जिसकी छटा देखते ही बनता है. यहां महामाया पूजा एवं विकास समिति सभी कार्यों का सफल क्रियान्वयन कर रहा है. नौकोनिया तालाब स्थित आदि शक्ति सती दाई मंदिर में भी पंडित अश्वनी दुबे के दिशा निर्देश मार्गदर्शन में शारदीय नवरात्रि पर्व श्रद्धाभक्ति के साथ मनाया जा रहा है. यहां घृत 17 तेल 267 और जवारा 401 कुल 685 कलश कलश भवन में दैदीपयमान है. अष्टमी को हवन और नवमी तिथि को कन्या भोज का कार्यक्रम होगा. पाली के ही मादन रोड स्थित मां राज कालिका मंदिर में पंडित प्रमोद तिवारी की देखरेख में माता की 9 स्वरूपों की पूजा पाठ और अन्य कार्य संचालित हो रहे हैं.कलश भवन में सैकड़ों मनोकामना ज्योति, ज्वार बोये गए हैं. प्रतिदिन जसगीत मे भक्त जुट रहे हैं. बड़ादेव शक्तिपीठ स्थल में भी भक्तों की ओर से मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं.आदिवासी परम्परागत अनुरूप माता सेवा, पूजन आदि कार्य सेवक साधक दुष्यंत उइके के साथ उनकी टीम जुटी हुई है.यहां 130 तेल, ज्वारा 25 और घि के 16 कलश जलाए गए हैं. नगर पाली के पटेल पारा मे ठाकुर देव स्थल और जलाराम मंदिर स्थित मां दुर्गा मंदिर में भी ज्योति प्रज्वलित कर माता की सेवा आराधना किया जा रहा है. इसके अलावा पाली के निकट चेपारानी वन देवी के मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजन को पहुंच रहे हैं. यहां भी माता सेवा जस गीत के जागरण आदि अन्य विविध कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित हो रहे हैं. सैकड़ो आस्था के दीप प्रज्वलित कराए गए हैं. मुनगाडीह के सकरिया पाठ, लाफा काली महामाया मंदिर, दुर्गा मंदिर पोड़ी, परसदा,सिल्ली, पोटापानी, नुनेरा आदि गांव गांव में भी देव स्थलों में जवारा बोये गए हैं और प्रतिदिन विविध कार्यक्रमों से मां जगत जननी की आराधना की जा रही है. गांव गांव में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है,जिन गांवों में प्रतिमा स्थापित नहीं हुई है वहां देव स्थलों में जवारा स्थापित कर माता की भक्ति में ग्रामीण जुटे हुए हैं.माता के प्रति क्षेत्र में ऐसी आस्था दिख रही है कि कोई भी ग्राम ऐसा नहीं है जहां नवरात्र पर 9 दिनों के लिए धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए हैं.