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सारंगढ़ बिलाईगढ़// बरमकेला क्षेत्र के ग्राम टेकापत्थर में शनिवार शाम एक ग्रामीण खेत में लगे तार की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। घायल का नाम सुखलाल सारथी है, जो अपने रिश्तेदार के घर मेहमान बनकर आया था। घटना उस समय हुई जब वह शौच के लिए गांव के तालाब किनारे गया था।
मिली जानकारी के अनुसार तालाब किनारे जंगली जानवरों से बचाव के नाम पर बिजली लाइन बिछाई गई थी। इसी करंट की चपेट में आने से सुखलाल सारथी बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत बिजली विभाग को सूचना देकर लाइन बंद करवाई।परिजनों ने बताया कि सुखलाल कुछ देर तक बेहोश पड़ा रहा, इसके बाद उसे गंभीर हालत में बरमकेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरमकेला ले जाया गया, जहाँ उसका इलाज जारी है।
परिवार और ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वन विभाग और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। उनका कहना है कि यदि समय रहते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते तो ऐसी घटना टल सकती थी। परिजनों ने मांग की है कि करंट बिछाने वाले व्यक्ति और संबंधित विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
वन विभाग का पक्ष
वहीं इस मामले पर जब संबंधित वनक्षेत्र के बीट प्रभारी ब्रजेश पटेल से फोन पर जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि घटना स्थल किसान की निजी खेत की है, जहाँ जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए तार में करंट छोड़ा गया था। उनकी चपेट में ही ग्रामीण आया।बीट प्रभारी ने बताया कि मामले का पंचनामा तैयार कर लिया गया है और किसान की पहचान भी हो चुकी है। जल्द ही उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि जंगली जानवरों से बचाव के नाम पर इस तरह खुलेआम करंट बिछाना लोगों की जान से खिलवाड़ है और इसकी जांच जल्द से जल्द होनी चाहिए।