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सारंगढ़-बिलाईगढ़// जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत धनिगांव में राशन वितरण में गड़बड़ी और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उचित मूल्य दुकान संचालक मनमानी कर रहा है और शासन के नियमों की अनदेखी की जा रही है। सुशासन तिहार और खाद्य विभाग में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कार्रवाई न होने से नाराज हितग्राही अब कलेक्टर जनदर्शन पहुंचे और विक्रेता को हटाने की मांग की।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत धनिगांव (आश्रित ग्राम पैकिन और रंगाडीह) में राशन दुकान क्रमांक 4120040267 (YWS) अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह द्वारा संचालित है। ग्रामीणों का कहना है कि समूह का विक्रेता न केवल फर्जीवाड़ा कर रहा है, बल्कि महिला हितग्राहियों के साथ अभद्र व्यवहार भी करता है। इस संबंध में ग्राम पैकिन की महिला समूह ने सुशासन त्यौहार में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन आवेदन को बिना किसी कार्रवाई के निराकृत कर दिया गया। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है और अब वे समूह को हटाने की मांग कर रहे हैं।
शिकायत में लगाए गए गंभीर आरोप
ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए आवेदन में राशन विक्रेता पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं :
- शक्कर बिना तौले डिब्बे से दी जाती है, जो सामान्यतः 700 से 800 ग्राम ही रहती है।
- शक्कर का मूल्य 17 रुपये की जगह 20 रुपये प्रति कार्डधारी से वसूला जाता है।
- कोरोनाकाल में शासन द्वारा हितग्राहियों के लिए आई अरहर दाल का वितरण नहीं किया गया।
- दुकान महीने में केवल 4-5 दिनों के लिए ही खोली जाती है।
- महिला हितग्राहियों के साथ अभद्र व्यवहार और अन्य लोगों के प्रति भी अनुचित आचरण।
- मृत व्यक्तियों के राशनकार्ड से फर्जी तरीके से राशन जारी कर भ्रष्टाचार।
- उचित मूल्य दुकान में निगरानी समिति का गठन नहीं किया गया है तथा पंचायत पदाधिकारियों को वितरण संबंधी कोई जानकारी नहीं दी जाती।
कार्रवाई के अभाव में बढ़ा आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी सुशासन त्यौहार, समाधान शिविर और जिला खाद्य अधिकारी को लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब पुनः कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कर उन्होंने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से उक्त स्व सहायता समूह को उचित मूल्य दुकान संचालन से हटाया जाए, ताकि हितग्राहियों को समय पर और पारदर्शी तरीके से खाद्यान्न उपलब्ध हो सके।