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रायगढ़// कृष्ण जन्माष्टमी पर शहरवासियों के मनोरंजन के लिए लगाए गए मीना बाजार की सुरक्षा व्यवस्था की पोल रविवार शाम खुल गई। बाजार में लगे नए किस्म के झूले का मोटर अचानक खराब हो गया, जिसके कारण झूले में बैठे दर्जनों लोग करीब दो घंटे तक हवा में लटके रहे।
झूले में फंसे लोग धूप और बारिश दोनों झेलते रहे, जबकि मीना बाजार प्रबंधन बिना तैयारी और लापरवाही का शिकार साबित हुआ। घटना के दौरान किसी भी तरह की वैकल्पिक सुरक्षा व्यवस्था न होना, गंभीर सवाल खड़ा करता है। आखिर इतने बड़े मेले का आयोजन बिना किसी तकनीकी सुरक्षा जांच के कैसे हो गया?
लोगों को दो घंटे बाद किसी तरह क्रेन मंगवाकर उतारा गया, लेकिन इस बीच बच्चों से लेकर महिलाओं तक सभी सहमे रहे। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यदि झूले की मशीन अचानक टूट जाती, तो हादसा भयावह हो सकता था।
शहरवासियों में अब झूले को लेकर डर का माहौल है और लोग मीना बाजार संचालकों की कार्यप्रणाली पर नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं। यह घटना साफ संकेत देती है कि मनोरंजन के नाम पर लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। अब सवाल यह है कि प्रशासन और आयोजकों ने बिना सुरक्षा जांच के झूलों को अनुमति कैसे दे दी?