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रायगढ़// शनिवार को रायगढ़ एसडीएम कार्यालय में हंगामा मच गया। एसडीएम के कक्ष में नायब तहसीलदार और एक भाजपा नेता भिड़ गए। बताया जा रहा है कि लेन-देन के आरोप के बाद बात बिगड़ गई। यह किसी ढाबे से जुड़ा हुआ मामला है। यह बेहद गंभीर घटना है जिसकी चर्चा कलेक्टोरेट में होती रही।
बताया जा रहा है कि एक भाजपा नेता ने नायब तहसीलदार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए एसडीएम से शिकायत कर दी। जब नायब तहसीलदार भी कक्ष में पहुंचे तो मामला बिगड़ गया। पिछले गुरुवार को राजस्व और खाद्य विभाग की टीम ने जुर्माना नहीं चुकाने पर एक ढाबे को सील कर दिया था। चालान के माध्यम से जुर्माना जमा करने के बाद सील खोलने के लिए ढाबा संचालक ने नायब तहसीलदार सुरेंद्र कश्यप से निवेदन किया।
बताया जा रहा है कि इस बीच किसी तीसरे व्यक्ति ने नायब तहसीलदार के नाम से ढाबा संचालक को फोन कर दिया। इसके बाद मामला नहीं सुलझा तो ढाबा संचालक ने क्षेत्र के भाजपा नेता नरेश पटेल से संपर्क किया, तब नरेश पटेल अपने साथ ढाबा संचालक को लेकर एसडीएम प्रवीण तिवारी से मिलने पहुंचे। वहां नायब तहसीलदार पर आरोप लगने पर एसडीएम ने सुरेंद्र कश्यप को भी बुला लिया, लेकिन बात बनने के बजाय बिगड़ गई। नायब तहसीलदार ने आरोपों से इंकार करते हुए पुरजोर विरोध किया। दोनों ओर से गाली-गलौज भी होने की सूचना है। बड़ी मुश्किल से मामला शांत हुआ।
राजस्व कार्यालयों का ताना-बाना बिखरा
किसी भी विभाग और कार्यालय का एक वर्क कल्चर होता है। रायगढ़ में राजस्व विभाग के दफ्तरों का वर्क कल्चर खराब हो चुका है। जानबूझकर गड़बड़ी को छिपाना और अवैध कार्यों को संरक्षण देने की वजह से ऐसा हुआ है। व्यवस्था पर अफसरों को नियंत्रण नहीं रहा। यह घटना भी उसी का परिणाम है।