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रायगढ़// पुसौर थाना क्षेत्र के संवरा पारा में हुई मां-बेटी के अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने 48 घंटों में सुलझाकर खुलासा किया है। हत्यारे को पुलिस ने पकड़कर रिमांड पर जेल भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने हत्या और सबूत मिटाने का अपराध दर्ज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीते 15 अप्रैल 2025 को पुसौर के संवरा पारा में भरत घोबा के निर्माणाधीन मकान के मलबे में पड़ोस की महिला उर्मिला संवरा (50 वर्ष) और उसकी बेटी पूर्णिमा संवरा (24 वर्ष) का शव मिला था। जिसकी सूचना मिलते ही एसपी दिव्यांग पटेल, एसएपी आकाश मरकाम, सीएसपी आकाश शुक्ला, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा, थाना प्रभारी पुसौर, साइबर सेल, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना पर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ० संजीव शुक्ला भी घटनास्थल पहुंचे और पूरे मामले की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए। जांच को कई टीमों में बांटते हुए सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और तकनीकी पहलुओं पर तेजी से काम शुरू किया गया। घटना के संबंध में थाना पुसौर में अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में अपराध क्रमांक 103/2025 धारा 103(1), 238 बीएनएस पंजीबद्ध कर जांच शुरू हुई। पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे और संदेह की कड़ी मृतिका के घर के पास किराना दुकान चलाने वाले शुभम सेठ (20 वर्ष) तक पहुंची। पूछताछ में शुभम ने न केवल अपना अपराध स्वीकारा बल्कि हत्या की पूरी योजना और क्रियान्वयन का चौंकाने वाला विवरण भी दिया।
आपसी विवाद के चलते बनाई हत्या की योजना : आरोपी शुभम सेठ ने बताया कि, कुछ दिनों से दोनों के बीच आपसी विवाद चल रहा था। जिससे शुभम ने उसकी हत्या की योजना बनाई। 14 अप्रैल की रात वह लकड़ी के खुरे के साथ घर से निकला, छत के रास्ते पूर्णिमा के घर में घुसा और सोती हुई पूर्णिमा पर ताबड़तोड़ वार किए। बीच-बचाव में जागी मां उर्मिला पर लकड़ी का खुरा और क्रिकेट के बैट से हमला कर दोनों की हत्या कर दी। इसके बाद शवों को निर्माणाधीन मकान में ईंट से ढंककर छिपा दिया और कमरे, सीढ़ी पर लगे खून को पानी से साफ कर खुद जनशताब्दी ट्रेन से रायपुर भाग गया।
पुलिस ने आरोपी के मेमोरेंडम पर खून से सने कपड़े, हत्या में प्रयुक्त खुरा, बैट और अन्य महत्वपूर्ण सबूत जब्त किए हैं। आरोपी शुभम सेठ पिता चंद्रकेतु सेठ, 20 साल निवासी बिरसामुंडा चौक, मुडीताल, पुसौर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर रिमांड पर भेज दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस की यह त्वरित और ठोस कार्रवाई एक बड़ी उपलब्धि के रूप में सामने आई है। एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, सीएसपी आकाश शुक्ला और डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में निरीक्षक रामकिंकर यादव, उप निरीक्षक कुंदन लाल गौर, एएसआई मनमोहन बैरागी, ऐनु देवांगन, उमाशंकर विश्वाल, उमाशंकर नायक, प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, सतीश पाठक, आरक्षक मनोज पटनायक, उत्तम सारथी, रविन्द्र गुप्ता, प्रताप बेहरा, विक्रम सिंह, विकास प्रधान तथा थाना पुसौर आरक्षक धनुर्जय बेहरा, दिनेश गोंड, अनूप साव, ठंडाराम गुप्ता, खिरोड़ भोय तारीक अनवर, दिलीप सिदार, कीर्तन यादव, ओशनिक विश्वाल, विजय कुशवाहा, राजकुमार उरांव एवं अन्य स्टाफ ने इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश कर पुलिस की कार्यकुशलता का परिचय दिया।