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सरगांव-बिल्हा/ सरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बिदबिदा में युवती द्वारा सुसाइड नोट छोड़कर किए गए आत्महत्या के मामले में सामाजिक संगठन सरकार और पुलिस के खिलाफ आंदोलन की तैयारी में है। एक ओर पुलिस द्वारा इस मामले में आरोपी पिता-पुत्र के ऊपर वैधानिक कार्रवाई की गई है तो वही दूसरी ओर संगठन द्वारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते इसे संदिग्ध हत्या करार दिया जा रहा है। जिसे लेकर संगठन ने 14 अप्रैल को शनिचरी बाजार बिल्हा में न्याय महांदोलन का आह्वान किया है। इस दौरान उक्त मामले में न्यायिक जांच की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के साथ पैदल मार्च किया जाएगा।
पुलिसिया कार्रवाई से संतुष्ट परिजन, आंदोलन को पिता व परिवार का समर्थन नहीं..
वही उक्त मामले में मृतिका के पिता पुलिसिया करवाई से पूरी तरह संतुष्ट है। जिसको लेकर उन्होंने मीडिया को अपना बयान दिया है। जारी बयान में उन्होंने कहा है कि मामले में पुलिस द्वारा किए गए कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट है और किसी भी आंदोलन को मेरे या मेरे परिवार का कोई समर्थन नहीं है।
ये है पूरा मामला
पूरा मामला मुंगेली जिले के थाना सरगांव अंतर्गत ग्राम पंचायत रमतला का है जहां एक युवती 20 मार्च 2023 से अपने घर से लापता थी। घरवालों ने युवती को आसपास खोजा जब युवती आसपास खोजने पर नहीं मिली तो उसके परिवार वालों ने युवती के गुम होने की सूचना थाना सरगांव में दर्ज करवाया। जिसके बाद 23 मार्च की सुबह थाना सरगांव अंतर्गत ग्राम बिदबिदा का एक किसान अपनी भैंस को चराने निकला था। इस दौरान गांव के बांधा में तालाब किनारे पेड़ पर उसे एक युवती की लाश लटकी हुई दिखाई दिया। जिसके बाद किसान ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। घरवालों ने बताया कि युवती 12वीं कक्षा की छात्रा थी और उसका 27मार्च को आखरी पेपर था।
सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया और युवती द्वारा आत्महत्या के पहले लिखे गए सुसाइड नोट को बरामद किया।
सुसाइड नोट में लिखा था कि उसका प्रेमी उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाकर उसका शोषण करता कर रहा। लेकिन वह अब दूसरी लड़की से शादी कर रहा है। प्रेमी और उसके पिता की वजह से वह आत्महत्या कर रही है। जिस पर तत्काल सरगांव पुलिस के द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए पिता और पुत्र को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
Sub Editor