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जगदलपुर/ छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में राम नवमी पर राम दरबार का आयोजन किया जाएगा। पहली बार चैत्र नवरात्र के पहले दिन प्रभु राम, माता सीता की करीब 7 से 8 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। साथ ही पूरे 9 दिनों तक विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाएगी। हर दिन शाम महाआरती का आयोजन किया जाएगा। राम नवमी के दिन भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। बनारस से अघोरी पहुंचकर भभूत से अनोखा प्रदर्शन करेंगे। इस आयोजन में 1 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
दरअसल, पूरे छत्तीसगढ़ में बस्तर पहला ऐसा जिला है जहां पहली बार नवरात्र की तर्ज पर ऐतिहासिक रूप से राम दरबार का आयोजन किया जा रहा है। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में मां दंतेश्वरी मंदिर के पास सनातन धर्म महासभा ने विशाल पंडाल बनवाया है। इस पंडाल में चैत्र नवरात्र के पहले दिन भगवान श्री राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। हर दिन विशेष पूजा अर्चना होगी। राम दरबार में क्षेत्र के कुल 11 पंडित होंगे जो पूरे विधि-विधान से पूजा करेंगे। साथ ही पूरे 9 दिनों तक प्रसाद के रूप में राम भोग दिया जाएगा।
तिलकोत्सव का होगा आयोजन
सनातन धर्म महासभ के सदस्य अनिल लुंकड़ ने बताया, अब तक राम नवमी के मौके पर विशाल शोभा यात्रा निकाली जाती थी। लेकिन, अब पूरे 9 दिनों तक प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाएगी। उन्होंने बताया, पूरे छत्तीसगढ़ में जगदलपुर पहला ऐसा शहर है जहां राम दरबार का आयोजन किया जा रहा है। इस काम में शहर के युवा समेत समाज के हर वर्गों का सहयोग मिला है। हर दिन अलग-अलग तरह के कार्यक्रम होंगे। साथ ही शहर में घूम-घूम कर समिति के सदस्य लोगों को तिलक लगाकर तिलकोत्सव मनाएंगे।
29 मार्च को महिलाएं करेंगी महाआरती
30 मार्च को विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। लेकिन, इससे ठीक एक दिन पहले यानी 29 मार्च को शहर की महिलाएं भगवान राम की महाआरती करेंगी। आरती का थाल लेकर वे शहर में निकलेंगी और लोगों से राम नवमी को भव्य रूप से मनाने का आह्वान करेंगी। उन्होंने बताया कि, इस आयोजन में शहर की करीब दो हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल होंगी।
भभूत से प्रदर्शन करने बनारस से आ रही टीम
सनातन धर्म महासभा के सदस्यों ने बताया कि, इस बार राम नवमी के दिन भभूत से अनोखा प्रदर्शन करने वाली अघोरियों की एक टीम को भी बुलाया जा रहा है। यह टीम उत्तर प्रदेश के बनारस से आ रही है। राम नवमी के दिन निकलने वाली शोभायात्रा में अपना प्रदर्शन दिखाएगी। जो बेहद आकर्षण का केंद्र होगा। यह आयोजन भी पहली बार होगा। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को हिंदू धर्म के प्रति जागृत करना और हिंदू धर्म के रीति-रिवाज के बारे में जानकारी देना है।