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रायगढ़// रायगढ़ जिले में एक राजस्व अधिकारी ने अपने अधीनस्थ अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने अतिक्रमण के एक मामले में मंदिर के पुजारी या प्रबंधन के बजाय मंदिर को नोटिस भेजने पर संबंधित अधिकारी से जवाब मांगा है।
रायगढ़ के उप मंडलीय मजिस्ट्रेट युगल किशोर उर्वशा द्वारा नायब तहसीलदार विक्रांत राठौड़ को जारी कारण बताओ नोटिस के अनुसार, मंदिर के पुजारी या उसका प्रबंधन करने वाले लोगों के बजाय मंदिर के नाम पर नोटिस भेजना ”त्रुटिपूर्ण” कार्य है।
क्या था मामला
रदरअसल अवैध कब्जा को लेकर रायगढ़ के नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर के द्वारा 10 लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था। जारी किए गए नोटिस में छठवें नंबर पर भगवान शिव का भी नाम था।भगवान शिव को भी चेतावनी दी गई थी कि वे 25 मार्च को न्यायालय में उपस्थित हो, अन्यथा उनके खिलाफ 10000 रु जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी। वही कब्जा किये गए भूमि से बेदखल किया जाएगा।
नोटिस जारी होने के बाद आज भगवान शिव की प्रतिमा को कौहाकुंडा स्थित मंदिर से निकलवा कर एक रिक्शे में रखा गया। रिक्शे में रखने के बाद शहर की सड़कों से होते हुए तहसील कार्यालय लाया गया। रिक्शा में भगवान शिव की प्रतिमा के साथ उस नोटिस को भी रखा गया जिसमें यह चेतावनी दी गई थी कि वे 25 मार्च को न्यायालय में उपस्थित हो। नोटिस जारी हुए 9 लोगों के साथ आज भगवान शिव की प्रतिमा को भी वार्ड पार्षद सपना सिदार व मोहल्ले वासियों के द्वारा तहसील कार्यालय ले जाया गया। जहां उन्हें पता चला कि आज मामले की सुनवाई नहीं होगी।