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रायगढ़// छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन पंजीयन क्रमांक 122201859545 के प्रदेशाध्यक्ष मनीष मिश्रा को जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव द्वारा विगत 17 फरवरी को निलंबित किया गया है। कार्य में अनुपस्थित रहने एवं अधिकारियों से दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए यह कार्यवाही किया गया है। इसके विरोध में आज सी पी डनसेना की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला रायगढ़ ने कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव द्वारा मनमाने ढंग से एवं दुर्भावना पूर्वक निलंबन किया गया है। चूंकि प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते शिक्षकों के अधिकार व हित में हमेशा कार्यालयों में उपस्थित होकर कार्य कराना स्वाभाविक है। सहायक शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु शिक्षक हित के विधिक अधिकारों के रक्षण हेतु प्रशासन के समक्ष अभ्यावेदन प्रस्तुत करने के समर्थन हेतु व्यक्तिगत उपस्थित होकर मांग रखते हैं। संघ प्रमुख होने के नाते उनका यह दायित्व कर्मचारी संघ पदाधिकारी के हैसियत से विधिक संरक्षण प्राप्त है परंतु संघ प्रदेश अध्यक्ष के इस अधिकारों की उपेक्षा करते हुए शिक्षक हितों के मुद्दे से ध्यान भटकाने व शिक्षकों के समक्ष प्रशासनिक भय वातावरण बनाने की मंशा से संघ प्रमुख पर मनमाने ढंग से निलंबन की कार्यवाही की गई है । यह गंभीर आपत्तिजनक है। सहायक शिक्षकों के हित में पारदर्शिता पूर्ण तरीके से समय सीमा में पदोन्नति कार्यवाही पूर्ण किए जाने की मांग रखना सर्वथा उचित था। यही पदोन्नति की कार्यवाही यथाशीघ्र करने की मांग को लेकर जेडी दुर्ग से वार्तालाप किया गया था। जिसके बदले निलंबन की कार्यवाही करना उनके अधिकारों के विपरीत एवं पूर्णतः गलत है।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला रायगढ़ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम पी.के. गुप्ता सहायक कलेक्टर व आर पी आदित्य जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए अविलंब निलंबन की कार्यवाही को निरस्त करने की मांग किये हैं। उनके द्वारा अल्टीमेटम भी दिया गया है कि यदि 5 दिवस के भीतर निलंबन को शून्य नही किया जाता है तो कार्यालय संयुक्त संचालक दुर्ग का घेराव किया जाएगा। जिसके जिम्मेदार शासन प्रशासन होंगे.उक्त जानकारी जिला मीडियाप्रभारी एस कुमार सारथी द्वारा दिए गई है।