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रायपुर// राजधानी रायपुर के मारवाड़ी मुक्तिधाम में एक युवक की चुपके से लाश जला दी गई। हत्या के बाद राज छुपाने के लिए 40 हजार रुपए में सौदा किया गया था। बताया जा रहा है कि जीजा-साले ने मिलकर पहले बुआ के बेटे की हत्या की, फिर शव को बोरे में भरकर मुक्तिधाम ले आए। जहां लाश जलाने से पहले जमकर शराब पी और आनन-फानन में शव को जला दिया। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक पेशे से डॉक्टर वेदकरण साहू और टीकाराम साहू का बुआ के बेटे कमलेश साहू से पुराना विवाद था. कमलेश साहू आदतन नशेड़ी था। वो पिछले दिनों से नशा कर अपनी पत्नी से विवाद करता था। जिसके चलते आरोपी वेदकरण साहू और टीकाराम साहू का इनसे विवाद होता रहता था। इसलिए दोनों ने उसे मारने की प्लानिंग बनाई। मंगलवार की रात कमलेश को बुलाकर एक नए मकान में ले गए, जहां गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
दोनों आरोपी ने हत्या के बाद मंदिर हसौद के ही रहने वाले रवि साहू, जो कि मारवाड़ी श्मशानघाट में देखरेख का काम करता है। उससे मुक्तिधाम में लाश जलाने के लिए 40 हजार रुपए में सौदा कर लिया। बुधवार की सुबह वेदकरण और टीकाराम शव को बोरे में भरकर मुक्तिधाम पहुंच गए, जहां उसे जलाने की तैयारी थी। उससे पहले तीनों ने मिलकर जमकर शराब पी, फिर शव को जला दिया। लेकिन उनकी यह हरकत स्थानीय लोगों को संदिग्ध लगी और पुलिस को सूचना दे दी।
शहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटेल ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के मारवाड़ी शमशान घाट पर संदिग्ध रूप से अज्ञात लाश जलाने की सूचना मिली। मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के रहने वाले आरोपी टीका राम साहू और वेद करण साहू अपने चार पहिया वाहन में बोरे में लाश भरकर पहुंचे थे। मामला संदिग्ध लगने पर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना डायल 112 को दी। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अधजलि शव बरामद किया।
एएसपी ने आगे बताया कि आरोपियों ने मारवाड़ी श्मशानघाट का देखरेख करने वाले रवि साहू के साथ मिलकर लाश को जलाने की प्लानिंग बनाई थी। प्रारंभिक पूछताछ में कमलेश साहू की हत्या करना स्वीकार किया है। आरोपी टीकाराम साहू, वेदकरण साहू और रवि साहू मंदिरहसौद इलाके के रहने वाले हैं। तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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