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रायगढ़//कोरोना महामारी के बीच लोगों को आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में 108 संजीवनी एक्सप्रेस अपने नाम के अनुरूप महती भूमिका निभा रही है। इसके देवदूत 24 घंटे लोगों की सेवा के लिए तैयार रहते हैं।
जिले के घने जंगल वाले इलाके में रविवार सुबह 6 बजे 108 के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। महिला ने बेटे को जन्म दिया है और जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ ब्लॉक के ग्राम उपरसलखेटा की 28 वर्षीय महिला राधिका, पति राजेश कुमार सिंह को प्रसव पीड़ा हुई। रविवार सुबह 5.30 पर परिजनों ने 108 को सूचना दी। सूचना मिलते ही 108 के ईएमटी महेंद्र कुमार चन्द्रा और पायलट लक्ष्मी कांत यादव तुरंत गांव पहुंचे। महिला को एम्बुलेंस से अस्पताल लाया जा रहा था कि इसी दौरान गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। ईएमटी महेंद्र ने गर्भवती महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए अपने सूझबूझ का परिचय देते हुए परिजनों से बात कर जंगल में एम्बुलेंस में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया। डॉ. सचिन के सलाहनुसार महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। महिला ने बेटे को जन्म दिया। जच्चा – बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
एम्बुलेंस में बच्चे की किलकारी गूंजते ही परिजन भी खुशी से झूम उठे। उन्होंने सुरक्षित प्रसव के लिए 108 टीम का धन्यवाद किया। महिला के परिजनों ने बताया कि अगर थोड़ी सी भी देर होती तो स्थिति कुछ और होती। 108 के यह दोनों लोग हमारे लिए देवदूत बनकर आए। वहीं सुरक्षित प्रसव के बाद माँ और नवजात बेटी बॉय को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र कुमरता में भर्ती कराया गया।

पूरी टीम बेहतर कार्य कर रही है : 108 प्रभारी अमित
108 के जिला प्रभारी अमित श्रीवास्तव ने बताया 108 की टीम कोरोना महामारी के बीच हर परिस्थितियों का सामना कर लोगों को बेहतर आपातकालीन सेवा प्रदान कर रही है। इसके कई उदाहरण पूर्व में भी देखने को मिले है। हर महीने जिले में औसतन 2 बच्चों को डिलिवरी 108 में हो ही जाती है। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के अपने लक्ष्य में हमारी कोशिश रहती है कि प्रसव पूर्व पीड़ा से जूझती गर्भवती महिला को समय पर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जाए। फिर भी जरूरत पड़ने पर हमारे स्टाफ डिलीवरी करवाने में सक्षम हैं।
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