श्मशान घाटों में मनरेगा से होगी ग्रीन फेंसिंग, मनरेगा आयुक्त कार्यालय ने सभी कलेक्टरों को जारी किया परिपत्र, पक्के बाउन्ड्री-वॉल के निर्माण की अनुमति नहीं..

शेयर करें...

रायपुर/ श्मशान घाटों में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) से बनने वाले बाउंड्री-वॉल जीवित पेड़ों व झाड़ियों तथा खाई-सह-मेड़ (DCB – Ditch-cum-Bund) से बनाए जाएंगे. मनरेगा आयुक्त कार्यालय ने श्मशान घाटों में बाउंड्री-वॉल के लिए लाइव या ग्रीन फेंसिंग (Live/Green Fencing) तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

Join WhatsApp Group Click Here

मनरेगा आयुक्त कार्यालय ने इस संबंध में सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी किया है. कार्यालय ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देश का उल्लेख करते हुए कहा है कि मनरेगा के अंतर्गत श्मशान घाटों में बाउंड्री-वॉल के कार्य स्वीकृत किए जा सकते हैं. लेकिन इसके लिए पक्का या आर.सी.सी. निर्माण की अनुमति नहीं है. श्मशान घाट के चारों ओर उपयुक्त जीवित पेड़ों और झाड़ियों के उपयोग से जीवंत बाउंड्री-वॉल या खाई-सह-मेड़ (ditch cum bund) का निर्माण किया जा सकता है.   

Scroll to Top