लॉक डाउन में मनरेगा के काम शुरू होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रहा बल 01 अप्रैल से अब तक 1 करोड़ 14 लाख 13 हजार 588 रु का हो चुका है भुगतान…

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रायगढ़/ राज्य शासन द्वारा कोविड-19 के चलते प्रभावशील लॉक डाउन के बीच सरकार लोगों की जरूरतों का ख्याल रखने हर संभव कदम उठा रही है। ग्रामीण जनों की आर्थिक मदद के लिए शासन द्वारा मनरेगा के कार्य प्रारंभ करने के निर्देश जारी किए गए। निर्देश में व्यक्ति मूलक और आजीविका संवर्धन के उन कार्यों को शामिल करने के लिए कहा गया जिनमें कम से कम श्रमिकों की आवश्यकता हो। जिनमें निजी भूमि पर किये जा सकने वाले कार्य जैसे डबरी निर्माण, कुंआ निर्माण, बकरी व गाय शेड, प्लांटेशन तथा बाड़ी निर्माण आदि शामिल हैं। इस दौरान कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी सोशल डिस्टेंसिंग तथा अन्य सुरक्षात्मक उपायों का अनिवार्यत: पालन करना होगा।
मनरेगा के तहत कार्य प्रारम्भ किये जाने से लोगों ने भी बड़ी राहत महसूस की है। रायगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत सकरबोगा के अंतराम नायक मनरेगा के अंतर्गत कार्य प्रारम्भ किये जाने से बहुत उत्साहित हैं। उनका कहना है कि लॉक डाउन में कहीं काम करने नही जा सकते थे। ऐसे में जल संग्रहण व सिंचाई के लिए कुआं निर्माण का कार्य स्वीकृत किया गया है। जिसका निर्माण प्रारम्भ से हमें दोहरा लाभ हुआ है। आर्थिक तंगी तो दूर हो ही रही है, कुंआ निर्माण हो जाने से पानी की व्यवस्था भी हो जाएगी। जिसका उपयोग सिंचाई के साथ घरेलू कार्य मे कर पायेंगे। इस दौरान वो कोरोना से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों का भी भली-भांति पालन कर रहे हैं।
जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी अनुसार 9 विकासखण्डों के कुल 473 ग्राम पंचायतों में 1512 कार्य प्रगतिशील हैं। जिसमें 13684 मजदूर कार्यरत है। शेष 292 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति दी जा चुकी है। जिसका क्रियान्वयन शीघ्र प्रारंभ होने जा रहा है। नए निर्देशों के बाद चालू हुए कार्यों के अंतर्गत 01 अप्रैल से अब तक मजदूरों को 1 करोड़ 14 लाख 13 हजार 588 रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

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