बुजुर्ग दंपत्ति पर हमला कर 5 लाख की लूट करने के मामले में पुलिस को मिली सफलता, लूट की रकम के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार…

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मुंगेली// युवक को अपना राजदार बनाना बुर्जुग को महंगा पड़ गया। इसकी कीमत उसे अपनी पत्नी की जान देकर चुकानी पड़ी। 10 अक्टूबर को मुंगेली के रामगढ़ में हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या लूट के इरादे से ही की गई थी। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, और लूटी गई रकम जब्त कर कार्रवाई कर रही है।

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मुंगेली सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के रामगढ़ में रहने वाले 63 वर्ष के बुजुर्ग लक्ष्मण साहू ने हाल ही में अपनी एक जमीन बेची थी। जमीन बेचने में लालपुर के उमेश कुमार विश्वकर्मा ने उनकी मदद की थी। इस जमीन को बेचने से मिली रकम में से करीब 5 लाख रुपये बुजुर्ग के घर में ही थे, जिस की जानकारी उमेश को थी। उमेश की माली हालत अच्छी नहीं थी और उसे जुए की भी लत थी। उमेश यह भी जानता था कि निसंतान दंपत्ति लक्ष्मण साहू और उनकी पत्नी खोरबहरीन साहू घर में अकेले रहते हैं, इसलिए उसने उनकी हत्या कर लूट की योजना बनाई। इसके लिए उसने अपने गांव के साथी टेकराम उर्फ टिंकू यादव, अनिल कुमार यादव और कमलेश्वर दास मानिकपुरी को फोन कर बुलाया। यह सभी हत्या वाली रात 1 बजे इकट्ठा हुए और रामगढ़ में लक्ष्मण साहू के घर पहुंचे, जहां इन्होंने पेंचीस की मदद से उनकी बिजली की सर्विस वायर काट दी, जिससे पूरे घर में अंधेरा हो गया। बिजली क्यों कटी, यह जानने के लिए जैसे ही बुजुर्ग लक्ष्मण साहू बाहर आए इन चारों ने उन्हें दबोच लिया। इससे लक्ष्मण साहू बेसुध होकर गिर पड़े। उनकी चीख-पुकार सुनकर उनकी पत्नी उन्हें बचाने भागती हुई आई तो उसे भी टेकराम ने अपने साथी अनिल यादव और कलेश्वर मानिकपुरी के सहयोग से गला दबाकर जान ले ली। इन सभी को लगा कि खोरबहरीन बाई के साथ लक्ष्मण साहू की भी मौत हो चुकी है ।

इसके बाद इन लोगों ने आराम से घर में मौजूद पेटी में रखें 5 लाख रुपए लूट लिए और भाग खड़े हुए। बाद में मास्टरमाइंड उमेश विश्वकर्मा ने अपने साथियों को 20-20 हजार रुपए उन्हें देकर घर भेज दिया और बाकी की रकम अपने पास रख ली। इन बचे पैसों में से 4 लाख रुपये को उसने अपने घर की बाड़ी में बाथरूम के पास बेसिन पेड के नीचे पन्नी में बांधकर छुपा दिया और ₹40,000 को अपने पास रख लिया, लेकिन बुरी लत का शिकार उमेश यह ₹40,000 जुए में हार गया । मामले की तफ्तीश में उमेश की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरू में तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन बाद में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

जैसे ही पूरे मामले की जानकारी हुई पुलिस ने अन्य आरोपियों को भी धर दबोचा, जिनसे पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने इनके पास से घटना में इस्तेमाल 2 मोटरसाइकिल और लूट की रकम 4 लाख 60 हज़ार रुपये सहित पेंचीस आदि बरामद किया और अपराध क्रमांक 602/20 धारा 450, 302, 304, 394 -34 के तहत आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

इस कार्रवाई में मुख्य रूप से एस डी ओ पी तेज राम पटेल, थाना प्रभारी सिटी कोटवाली विश्वजीत सिंह, उप निरीक्षक शिव कुमार कोशरिया, उप निरीक्षक संजीव ठाकुर, सउनि बी. आर. राजपूत, मनीष सिंह, दिलीप प्रभाकर, दिलीप साहू, दयाल गावस्कर, संजय यादव, गिरिराज परिहार, रवि जांगड़े का सराहनीय योगदान रहा। इसी के साथ ही पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजूर ने हत्या के इस गुत्थी को सुलझाने और सफलतापूर्वक अपराधियों को पकड़ने में लगे हुए पुलिस कर्मचारियों को उत्साहवर्धन हेतु अपनी ओर से 10000 रुपये की राशि प्रदान किया गया।

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